जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ वनांचल क्षेत्र में अवैध ईंट भट्टे के कारोबार की खबर आ रही है। क्षेत्र में राजस्व और खनिज विभाग की मेहरबानी कहें या अनदेखी जिसके चलते वनांचल क्षेत्र में अवैध ईंट निर्माण का काम जारी है जबकि ईंट बनाने पर्यावरण विभाग से अनुमति लेना जरूरी होता है। बिना अनुमति के ईंट बनाना गैरकानूनी है लेकिन धरमजयगढ़ के आमगांव में ईंट भट्टों का संचालन अवैध रूप से किया जा रहा है। अवैध ईंट निर्माण से न सिर्फ पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है बल्कि राजस्व एवं जंगल की लकड़ी, कोयला, पानी, मिट्टी, चोरी की बिजली का जमकर इस्तेमाल जमकर किया जा रहा है। वहीं राजस्व और खनिज विभाग के अधिकारियों की मिली भगत के अंदेशा को नहीं नकारा जा सकता। बताना बेहतर होगा कि धरमजयगढ़ के कापू मार्ग रह रहने वाला अजित पटेल नामक व्यक्ति द्वारा इस अवैध कारोबार को अंजाम दिया जा रहा है। जो विगत कई वर्षों से क्षेत्र के अलग-अलग जगहों पर आदिवासी ग्रामीणों की जमीनों पर इस तरह से अवैध ईंट भट्टे लगता है। इसमें खास बात एक ये भी है कि ईंट बनाने के लिए बिजली की भरपूर चोरी की जा रही है साथ ही जिस कुआं का पानी इस अवैध कार्य में इस्तेमाल किया जा रहा है वो कुआं भी इसी वर्ष मनरेगा के तहत बनाया जाना बताया जा रहा है ऐसे में ये कहना भी वाजिब हो सकता है कि शासन की योजनाओं के सहारे क्षेत्र में अवैध कारोबार को जमकर बढ़ावा दिया जा रहा है।