जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
देश दुनिया में कोरोना महामारी के वजह से लगे लॉकडाउन की बंदिशे प्रेमी जोड़ों पर सबसे ज्यादा असर करती देखी गई। कहीं प्रेमी जोड़ों को मिलने की तड़प तो कहीं शादी टलने का गम। लेकिन इन सब बंदिशों के बाद भी प्रेमी जोड़ों ने हार नहीं मानी। ऐसा ही एक मामला आज धरमजयगढ़ थाने में देखा गया। लड़का-लड़की एक दूसरे से प्रेम करते रहे और अंत में जब सहनशीलता की हदें पार हुई तो लड़का और उसकी मां, चाचा तथा रिश्तेदार मिलकर आधी रात लड़की के गांव लड़की को लेने पहुंचे। लेकिन गांव में हुई चहलकदमी से आसपास के लोग जाग गए और प्रेमी लड़के उसकी मां और परिजनों समेत बोलेरो वाहन को थाने का रास्ता दिखाया। फि लहाल मामला धरमजयगढ़ थाने में है और इस प्रेमी जोड़े के दोनों पक्ष बातचीत के जरिये उन्हें शादी के बंधन में बांधने की तैयारी कर रहे हैं। मामला धरमजयगढ़ के झुलनबर का है। जहां विगत वर्ष यादव घराने की एक बालिग लड़की के लिये लड़का देखने पत्थलगांव थाना क्षेत्र के भांटापारा के एक यादव परिवार में गए। लेकिन लड़की पक्ष को रिश्ता पसंद नहीं आया। और लड़की पक्ष वालों ने साफ और सीधे शब्दों में रिश्ता कैंसिल कर दिया। लेकिन लड़का और लड़की तो पहले ही प्रेम के बंधन में बंध चुके थे। और इनका प्रेम पूरे परवान पर था। बस इसी बात को लेकर 2 दिसम्बर की सर्द रातों में प्रेमी प्रेमिका ने भागकर शादी करने की ठानी। तो लड़के की मां और चाचा भी लड़की भगाने अपने घर से निकलकर सीधे झुलनबर पहुंचे लेकिन भगवान को शायद आपसी सहमति से ही इनका विवाह होना मंजूर था। इसलिए रात में गाड़ी की आवाज और इनकी हरकतों से आस-पास के लोग जाग गए। और इनकी बारातियों की टोली को सीधे थाने तक पहुंचा दिया। अब जब सुबह हुई तो लड़के के और परिजनों को मालूम चला तो वो भी धरमजयगढ़ थाने पहुंचे। जहां लड़का तथा लड़की दोनों के परिजन इस जोड़ी को सात जन्मों के बंधन में बांधने की बात कर रहे हैं।