धरमजयगढ़-जोहर छत्तीसगढ़। छत्तीसगढ़ राज्य को धान का कटोरा कहा जाता है। क्योंकि यहाँ धान की खेती बहुत ज्यादा होती है। लेकिन अब अन्य फसल भी किसान उगाने लगे हैं। रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ के आस पास बरसात व गर्मी के दिनों में किसान बहुत ज्यादा मात्रा में मक्का की खेती करते हैं। शासन गर्मी के दिनों में मक्का पंजीकृत किसानों का मक्का खरीदी करती है। लेकिन अभी सिर्फ धान की खरीदी करती है। जिससे इस क्षेत्र के किसानों को अपनी मक्का औने पौने दामों में बेचना पड़ रहा है।किसानों का कहना है कि हम तैयार फसल को अपने पास ज्यादा दिन तक नहीं रख सकते हैं। क्योंकि हमारे पास भंडारण की उचित व्यवस्था नहीं है। वहीं फिर खेती करने के लिए रुपयों की आवश्यकता है। जिस कारण 10 से 11 रुपये प्रतिकिलो की दर से सूखे मक्का बीज को बेचने मजबूर हैं। वर्तमान में फर्टिलाइजर, उपचारित बीज, डीजल, कीटनाशक दवाओं के बढ़े दाम के कारण किसानों को कम दर में मक्का बेचने से बहुत ज्यादा नुकसान हो रहा है।किसानों ने कहा है कि शासन को इस ओर ध्यान देकर धान के साथ-साथ मक्का भी खरीदी करनी चाहिए।