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ओडिसा के ट्रांसपोर्टरों ने लूटपाट के लिये बनाया गैंग, धरमजयगढ़ में दिया अंजाम … अंजना की टीम ने 2 आरोपी को किया गिरफ्तार …आरोपियों से 1.20 लाख व बोलेरो वाहन जप्त

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धरमजयगढ़-जोहार छत्तीसगढ़।

ओडिसा बरगढ़ के 4 ड्रायवर, ट्रांसपोर्टरों द्वारा एकाएक मालामाल होने के लिये जमी-जमाई बिजनेस के अलावा साइड बिजनेस के लिये लूटपाट का तरीका अपनाये जो अपने पहले प्रयास में ही रायगढ़ पुलिस के हाथ आ गये । आरोपीगण 25 टन सरिया को खपाने में कामयाब तो हुुुए पर अपराध से बच न सके । गैंग के 2 आरोपियों को एसपी रायगढ़ द्वारा गठित टीम ने गिरफ्तार केेआ लिया। आरोपियों से नगदी व बोलेरो वाहन की जप्ती की है।
पुलिस से जानकारी मिली अनुसार नवागढ अंबिकापुर में रहने वाले मो. अजहर खान द्वारा थाना धरमजयगढ़ अन्तर्गत उसकी ट्रक से 25 टन सरिया की लूट हो जाने की रिपोर्ट 16 सितंबर 2020 को थाना धरमजयगढ़ में दर्ज कराया गया था । रिपोर्टकर्ता ने बताया कि इसकी ट्रक क्रमांक CG 15 AC 1905 में ड्रायवर मो. नवसाद अंसारी 12 सितंबर 2020 को अजय रोलिंग मील पूंजीपथरा से 25 टन सरिया 9 लाख 83 हजार रूपये का लोड कर रात्रि करीब 8 बजे बिल लेकर अंबिकापुर जाने के लिये निकला था, ड्राइवर आग्रिम राशि 9 हजार रूपये अपने पास रखा था । रात करीब 11 बजे ट्रक मालिक मो. अजहर, ड्रायवर से संपर्क किया तो चालक कुछ मिनटो में धरमजयगढ पहुंच जाऊंगा बताया, उसके बाद ड्राइवर से संपर्क नहीं हुआ है । दूसरे दिन 13 सितंबर 2020 के रात्रि 9.30 ट्रक ड्रायवर मो. नवसाद अंसारी  दूसरे के मोबाईल से ट्रक मालिक को बताया कि धरमजयगढ के आगे घाट चढ़ते समय एक बोलेरो गाडी आगे रास्ता में खडा कर तीन व्यक्ति उतरे और चेहरे पर नशीली स्प्रे मारे और हाथ, पैर बांधकर मुंह में टेप चिपका दिये फिर ट्रक में बिठाकर ले गए । रास्ते में कहीं ट्रक से सरिया उतारने का आभास हुआ था । आरोपीगण ट्रक को किसी गांव के बाहर झाडी के पास खड़ी कर भाग गये, जहां रात में ड्रायवर अपने मुंह से टेप निकाल पाया और एक अजनबी से पूछा कि कौन सा गांव है तो बताया बसना सरायपाली है। उसके बाद मोबाइल पर ट्रक मालिक को घटना बताया। तब ट्रक मालिक मोहम्मद अजहर, ड्रायवर और ट्रक को लेकर आया और थाना धरमजयगढ़ में लूट की रिपोर्ट दर्ज कराया, रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध अप.क्र. 174/2020 धारा 392 IPC पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। एसपी रायगढ़ संतोष कुमार सिंह, लॉकडाउन के बाद इस प्रकार की लूटपाट की आशंका जताते हुये सभी प्रभारियों को सचेत किये थे। एसपी रायगढ़ को जब लूटपाट की जानकारी मिली तो वे  SDOP धरमजयगढ़ के नेतृत्व में थाना धरमजयगढ़, तमनार, घरघोड़ा, लैलूंगा, सायबर स्टाफ की टीम बनाकर जल्द से जल्द मय माल आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिये तथा एडिशनल एसपी अभिषेक वर्मा दिगर राज्यों एवं सरहदी जिलों की पुलिस से तालमेल बनाकर विवेचना टीम को मार्गदर्शन करने निर्देशित किया गया। टी.आई. अंजना केरकेट्टा थाना धरमजयगढ़ का प्रभार लेने के बाद इस बड़ी लूट के मामले को चैलेंज के तौर पर ली। एसडीओपी धरमजयगढ़ सुशील कुमार नायक के दिशा निर्देशन पर उन्हें आरोपियों के तार बरगढ़ ओडिसा के ट्रांसपोर्टरों से जुड़े होने की जानकारी मिली। जिसके बाद टी.आई. अंजना केरकेट्टा टीम लेकर संदेहियों के ठिकाने बरगढ़ ओडिसा में दबिश दिया, इस दौरान 2 संदेही तेजवन्त सिंह उर्फ सोनू तथा पालविन्दर सिंह उर्फ पिन्टू को हिरासत में लेकर धरमजयगढ़ लाया गया। दोनों से पूछताछ करने पर दोनों ड्रायवरी के साथ 4-5 ट्रकों को अपने अंडर रखना बताये अपने दो अन्य ट्रांसपोटर साथियों के साथ लूटपाट करना स्वीकार किये । आरोपीगण ने बताये कि  12 सितंबर ल2020 को चारों लूट के इरादे से तेजवंत सिंह की बुलेरो OD 17 S-0149 में रायगढ़ आए थे। पूंजीपथरा के आसपास  एक ढाबा में बैठे थे। उसी समय ट्रक क्रमांक CG 15 AC 1905 ढाबे के पास खड़ी थी जिसमें सरिया लोड़ था, ट्रक में हेल्पर नहीं था ड्राइवर अकेला था। उसी ट्रक का सरिया लूट करने का प्लान बनाएं और रात करीब 10 बजे जब नो एंट्री खुली और ट्रक निकला तो ट्रक के पीछे-पीछे जाने लगे। ट्रक जब धर्मजयगढ़ के चढान में पहुंची तब सुनसान का फायदा उठाकर तेजवन्त सिंह उर्फ सोनू, पालविन्दर सिंह उर्फ पिन्टू और इनका एक साथी ट्रक में चढ़े और एक साथी बोलेरो में था। तीनों ट्रक ड्राइवर को बंधक बनाकर उसके मुंह में पेट चिपका कर ट्रक को उड़ीसा बरगढ़ ले गए। पीछे-पीछे बोलेरो बरगढ़ पहुंचने के बाद पिंटू और सोनू के दोनों साथी ट्रक में लोड सरिया को सोहेला रोड में कहीं खाली कराए और फिर सभी खाली ट्रक को ड्रायवर के साथ बसना महासमुंद के पास ले जाकर छोड़ दिए। ट्रक ड्राइवर से लूटे मोबाइल को तेजवन्त सिंह उर्फ सोनू अपने पास रखा था, जिसका सिम फेंक दिया और उस मोबाइल को अपने एक परिचित को चलाने दे दिया जिसमें वह अपना सिम डाल कर चला रहा था। सरिया को बेचने के बाद सोनू और पिंटू को 2-2 लाख रूपये मिले थे जिसमें खर्च के बाद इनके पास बचे 1 लाख 20 हजार व बोलेरो वाहन को जप्त किया गया है। इनके दोनों साथी फरार हैं जिनके पकड़े जाने के बाद लूट की सरिया कहां बेचे इसका खुलासा हो पाएगा। गिरफ्तार दोनो आरोपी को रिमांड पर जेल भेजा गया है। पुलिस फरार की सरगर्मी से तलाश कर रही है। आरोपियों की पतासाजी गिरफ्तारी में थाना धर्मजयगढ़ के उप निरीक्षक प्रवीण मिंज, प्रधान आरक्षक लक्ष्मी केवर्त, आरक्षक राजेंद्र राठिया, राजेश गुप्ता, धनेश्वर उराव की सक्रिय भूमिका रही है ।

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