कविराज विश्वकर्मा, जोहार छत्तीसगढ़।
कोरिय। वरिष्ठ पत्रकार कमल शुक्ला पर खुलेआम हमला की कड़ी निंदा करते हुए जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़(जे) के संस्थापक सदस्य एवं प्रदेश प्रतिनिधि शाहिद महमूद ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि यह पत्रकार कमल शुक्ला पर हमला नहीं बल्कि लोकतंत्र पर हमला है , संविधान पर हमला है, इस कृत्य की जितनी भी निंदा की जाए कम है। क्या ऐसे ही गढ़ेंगे नवा छत्तीसगढ़? क्या इसी को बदलाव कहते हैं? ऐसी घटनाएं न सिर्फ छत्तीसगढ़ की अस्मिता और संस्कृति के विरुद्ध है, बल्कि छत्तीसगढ़ में चुनाव से पूर्व कलमवीरों की सुरक्षा को लेकर किये गए वादे और पत्रकार सुरक्षा कानून का मजाक है, कलमवीरों पर ऐसे हमले बर्दास्त नहीं किये जायेंगे, इस वक्त वैश्विक महामारी कोरोना से छत्तीसगढ़ भी जूझ रहा है, संक्रमण का पारा निरंतर चढ़ाव पर है बावजूद इसके लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पत्रकारों, कोरोना योद्धाओं द्वारा अपनी जान को जोखिम में डाल कर पल पल की खबर समाज के बीच पहुँचाकर अपने नैतिक दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं, ऐसे में इन कोरोना योद्धा पत्रकारों का सम्मान और उत्साह वर्धन करने के बजाय इनको खुले आम पीटा जा रहा है, जान से मारने की धमकी दी जा रही है, ऐसी अमानवीय कृत्यों की जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) कड़ी निंदा करती है, घटना में संलिप्त लोगों पर कठोर वैधानिक कार्यवाही की जानी चाहिए।