धरमजयगढ़-जोहार छत्तीसगढ़। रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ नगर में आवारा पशुओं की भरमार होने से लोगबाग परेशान हो रहे हैं। मुख्य मार्ग हो या वार्डों की गलियां हर जगह आवारा पशु विचरण करते नजर आते हैं। इन बेखौफ आवारा पशुओं की लड़ाई में राहगीरों के चपेट में आनेे के साथ साथ आवागमन भी बाधित हो रहा है। कई बार तो मवेशी किसी भारी वाहन की चपेट में आ जाते हैं या फिर इन मवेशियों की वजह से बूढ़े बच्चे के घायल होने की खबर सुनी जाती है। लेकिन इन सब के बीच नगर पंचायत धरमजयगढ़ इन आवारा मवेशियों की समस्या से निपटने के लिए कोई खास कवायद करती नजर नहीं आ रही है। जबकि पशु पालक गाय दूध देना बंद कर देती है तो बछड़े को शहर की गलियों मेें छोड़ देते हैं। जिससे आवारा मवेशियों की तादाद दिनोदिन बढ़ती जा रही है। हालांकि नगर पंचायत द्वारा रोकाछेका के तहत शाम को इन मवेशियों को नगर के बाहर खदेड़ा जाता है। लेकिन कुछ मिनट बाद ही इन मवेशियों को फिर नगर की सड़कों पर देखा जाता है। साथ ही नगर पंचायत का कांजीहाउस भी महज शोपीस की भूमिका अदा कर रहा है।