बीजापुर-जोहार छत्तीसगढ़। एसडीआरएफ एवं नगर सेना के बचाव दल ने 11 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला। जिले में अनवरत हो रही बारिश के कारण नदी-नाले ऊफान पर हैं, इसे मद्देनजर रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा संभावित बाढ़ प्रभावित ईलाकों में बाढ़ आपदा बचाव दल को तैनात कर सक्रिय रखा गया है। जिले में 19 अगस्त को बाढ़ आपदा बचाव के तहत् एसडीआरएफ एवं नगर सेना के बचाव दल ने भैरमगढ़ तहसील अंतर्गत कोडोली से मिरतुर मार्ग पर मरी नदी पुल में बाढ़ का पानी होने के कारण बेचापाल निवासी गर्भवती महिला शांति कड़ती पति राजमन को मोटर बोट से नदी पार कराया और उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भैरमगढ़ में भर्ती कराया। इसी तरह भैरमगढ़ ब्लाॅक के भटवाड़ा नाले में पानी अधिक होने के फलस्वरूप बाढ़ आपदा बचाव दल ने भटवाड़ा के उल्टी-दस्त से पीड़ित राजेश्वरी पति रमेश को मोटर बोट से नाला पार कराया। राजेश्वरी को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भैरमगढ़ में भर्ती कराया गया है। इस बारे में नगर सेना के जिला सेनानी संजय गुप्ता ने बताया कि जिले में बाढ़ के हालात को मद्देनजर रखते रखते हुए कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल के मार्गदर्शन में एसडीआरएफ और नगर सेना की 4 बचाव दल को विभिन्न स्थानों पर तैनात किया गया है। इस दौरान बचाव दलों ने 19 अगस्त को बाढ़ प्रभावित ईलाकों से 11 ग्रामीणों को रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला। बाढ़ बचाव दल ने भैरमगढ़ ईलाके में गर्भवती महिला शांति कड़ती और उल्टी-दस्त से पीड़ित राजेश्वरी को रेस्क्यू कर निकालने के पश्चात भैरमगढ़ अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं जटपार में बाढ़ से प्रभावित 9 ग्रामीणों को सुरक्षित निकाला गया। बाढ़ बचाव दलों द्वारा ग्रामीणों को नदी-नाले और पुल-पुलिया में बाढ़ का पानी होने की स्थिति में पार नहीं करने की समझाईश दी जा रही है। वहीं ग्रामीणों को सजग रहने सहित निरंतर जागरूक किया जा रहा है। उन्होने बताया कि बाढ़ की स्थिति पर सतत् निगरानी रखी जा रही है और बाढ़ बचाव दलों को सजग रहने हिदायत दी गयी है।