अनिल साव, जोहार छत्तीसगढ़।
कुड़ेकेला। 16 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस की सुबह दिल दहला देने वाली घटना सामने आयी हैं, एसईसीएल छाल में कार्यरत 30 वर्षीय एक सिरफिरे बाप कार्तिकेस्वर राठिया ने अपने ही तीन मासूम बच्चों को उफनती नदी में फेंकनें के बाद खुद भी छलांग लगाकर जान दे दी पुलिस के गोताखोर अब इन चारों की तलाश कर रहें हैं। यह वाक्या खरसिया छाल मार्ग पर स्थित एडु में स्थित मांड नदी का हैं, जहां आज अल सुबह 6 बजे के लगभग एसईसीएल में काम करने वाला ग्राम बर्रा निवासी 30 साल का युवक कार्तिकेश्वर राठिया एडु में अपने परिवार के सुंदर साय राठिया की पत्नी के रविवार को होने वाले दशकर्म में अपने चार बच्चों एवं अपनी माँ कर्मो बाई राठिया के साथ 15 अगस्त की शाम को ही एडु आ गया था, उनके एडु परिवार के मुखिया सुंदर साय ने बताया कि मृतक कार्तिकेस्वर राठिया 15 अगस्त की रात भर नही सोया और इधर उधर घूम कर रात काट दिया, 16 अगस्त को सुबह बच्चों के सो कर उठते ही कार्तिकेस्वर ने मोटर सायकल में अपने चार बच्चो जिनमे 8 वर्षीय रामसागर, 5 वर्षीय ख़िरसागर, 3 वर्षीय नर्मदा एवं 8 माह के अबोध अमन को लेकर खरसिया थाना क्षेत्र के एडु चौक से आगे स्थित मांड नदी के पुल पर पहुंचा और तीन बच्चो को उफनती हुयी मांड़ नदी में फेंक दिया युवक कार्तिकेस्वर की गतिविधी से उसकी मां को कुछ शंका हुयी तो उसने आवाज दी कि बच्चों को लेकर कहा जा रहा है, और मोटर साइकिल का पीछा करते हुए, बच्चो को खोजते हुये वहां पहुंच गयी, क्योकि उसको मालूम था, की कार्तिकेस्वर की दिमागी हालत ठीक नही है, वही जब अपने पिता को नदी में अपने तीन भाइयों को फेकते देखा तो सबसे बड़ा लड़का रामसागर ने वहाँ से भाग कर अपनी जान बचाई और घर पहुँच कर अपनी दादी के साथ जाकर खरसिया थाने में अपने पिता की कारगुजारी की रिपोर्ट लिखवाया, इससे खरसिया एवं छाल पुलिस तुरंत हरकत में आकर चारो की खोजबीन में लग गयीं, लेकिन नदी के उफान पर होने से किसी के जिवित बचने की संभावना नहीं हैं पुलिस को सूचना मिलते ही छाल टी.आई.ए.के.खान मौके पर पहुंचे और रायगढ़ से गोताखोर की टीम को बुलाकर चारों की तलाश शुरु करायी नदी के किनारे के सभी गांव के लोगों को भी सूचित किया गया हैं तथा पुलिस के जवानो को आसपास के गांव में भेज कर तटवर्ती इलाको में खोज की जा रही हैं पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया हैं। वही छाल पुलिस से मिली जानकारी अनुसार देर शाम कार्तिकेस्वर का मृत शरीर एडु पुल से लगभग 200 मीटर के दूर नदी किनारे लगे अर्जुनी वृक्ष पर अपने साथ रखे गमछे को फंदा बनाकर फाँसी पर लटक गया। जिस पर गोताखोरों की नजर पड़ते ही। सव को पेड़ से नीचे उतार कर आगे की कार्यवाही की जा रही है।