जोहार छत्तीसगढ़ कोरबा।
कोरबा जिले के रामपुर विधानसभा क्षेत्र के 41 जनप्रतिनिधियों का दल जनपद पंचायत कोरबा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एसएस रात्रे व तिलकेजा ग्राम पंचायत के सरपंच की शिकायत लेकर 10 जुलाई को मुख्यमंत्री से मिलाए कोरबा जनपद पंचायत अध्यक्ष हरेश कंवर ने मुख्यमंत्री को अपने पत्र में शिकायत करते हुए बताया कि कोरबा जनपद के सीईओ एसएस रात्रे व तिलकेजा सरपंच द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम के तहत कार्य किया जा रहा है और आए दिन कांग्रेसी जनप्रतिनिधियों से दुव्र्यवहार किया जा रहा है जिससे चुने जनप्रतिनिधिगण उपेक्षा के शिकार हो रहे हैं वहीं कोरबा सीईओ की भूमिका संदिग्ध बताते हुए उन्होंने बताया कि इनके द्वारा प्रत्येक कार्यों में लापरवाही बरती जा रही है कुछ भी पूछने पर बदतमीजी से जवाब देते हैं जोकि एक चुनी हुई महिला जनप्रतिनिधि और पद प्रतिष्ठा का अपमान है। कोरबा जनपद अध्यक्ष हरेश कंवर ने जनपद में उपजे विवाद के वजह का जिक्र करते हुए बताया कि कुछ दिन पूर्व कोविड-19 के दौरान पहाड़ी कोरबा एवं बिहोर जनजाति के राशन संबंधी जनप्रतिनिधियों द्वारा जानकारी लेने पर अमर्यादित शब्दों का उपयोग किया गया जिसकी शिकायत कोरबा कलेक्टर व जिला पंचायत सीईओ से किया गया था तभी से यह विवाद बढ़ता चला जा रहा है शिकायत के बावजूद भी कार्यवाही नहीं हुई जिससे जन प्रतिनिधियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को दिए पत्र में जनपद पंचायत कोरबा सीईओ और ग्राम पंचायत तिलकेजा सरपंच को भाजपा समर्पित होने का आरोप लगाते हुए सीईओ को तत्काल निलंबित करने और तिलकेजा सरपंच के ग्राम पंचायत में हुए कार्यों की जांच कर इनके खिलाफ अनुशंसात्मक कार्यवाही करने का आग्रह किया ताकि शासन की योजनाओं का सही तरीके से आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के लोगों को लाभ मिल सके। आपको बता दें कि कोरबा जनपद पंचायत का विवाद जनप्रतिनिधियों के चुनाव के कुछ दिन बाद ही शुरू हो गया था जिसका हल आज कई माह बीत जाने के बावजूद भी नहीं निकल सका है जिसके कारण शासन द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के क्रियान्वयन में कहीं ना कहीं कमी देखी जा रही है जिसे जल्द से जल्द सुलझाने की आवश्यकता है जिससे हितग्राहियों को शासन की योजनाओं का लाभ समय पर मिल सके इसके पूर्व भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम से भी जनप्रतिनिधियों द्वारा शिकायत की जा चुकी है वही 20 मई को छत्तीसगढ़ शासन पंचायत एवं ग्रामीण विकास द्वारा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत कोरबा को तत्काल हटाने पत्र प्रेषित किया जा चुका है। वही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जल्द ही कार्रवाही का आश्वासन जनप्रतिनिधियों को दिया है।