धरमजयगढ़-जोहार छत्तीसगढ़।
कोरोना संकट के बीच राशन वितरण में धांधली करने का मामला सामने आया है। मामला है धरमजयगढ़ विकासखण्ड के ग्राम पंचायत कटाइपाली (डी) का जहां के पंचायत प्रतिनिधियों ने मिलकर ग्रामीणों को तो चुना लगाया ही साथ में कोरोना संकट के दौरान सरकार द्वारा दिये जा रहे अनाज पर भी डाका डालने से नहीं चूक रहे हैं। गांव के ग्रामीणों ने बताया कि पिछले माह में लगभग सभी लोगों के 5-5 किलोग्राम चावल कम दिया गया। इसके अलावा जून माह में हितग्राहियों को शासन से फ्री में दी जाने वाली दाल को सचिव-सरपंच द्वारा ग्रामीणों को नहीं दिया गया है। इस संबंध में राशन दुकान में मिट्टी तेल वितरण करने वाले से पूछने पर उन्होंने बताया कि दाल जून माह में ही 370 किलो मिल गया है लेकिन हमारे द्वारा नहीं बाट गया है। मजेदार बात है कि इस पंचायत में राशन दुकान में एक साथ शासन से मिलने वाली सारी समान नहीं दिया जाता है। आदिवासी बहुल इलाके के हितग्राहियों को राशन लेने के लिए अलग-अलग दिन बुलाया जाता। इनके इस रवैये से ग्रामीणों में काफी रोष देखने को मिला रहा है। ग्रामीणों ने सरपंच-सचिव पर कई गंभीर आरोप भी लगा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि सरपंच-सचिव के पास राशन की शिकायत करने पर हमारे शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं करते हैं और न तो सही तरीके से हम लोगों को राशन मिल पता है। क्योंकि राशन दुकान से राशन तौल कर देने के बाद जब घर ले जाया जाता है और घर में तौलने पर कई कई किलो चावल कम होता है लेकिन क्या करें? राशन दुकानदार की मनमानी सें खेती बाड़ी के दिनों में रोजाना एक एक सामान के लिए पीडीएस दुकान का चक्कर लगवाना ग्रामीणों को कतई रास नहीं आ रहा है। वहीं जून माह में कई कार्डधारकों को 5 किलोग्राम चावल कम दिया गया औऱ बात जब दाल वितरण करने की आई तो डीलर ने बताया कि जून माह का दाल जुलाई में वितरण किया जाएगा और जुलाई लगे आज सप्ताह भर होने को हैं। राशनकार्ड धारियों को अब तक जून माह का दाल वितरण नहीं किया गया है। ऐसे में कटाइपाली (डी) के सरपंच-सचिव और राशन वितरक की जमकर धांधली उजागर हो रही।