धरमजयगढ़-जोहार छत्तीसगढ़।
बेजा कब्जा करने के मामले में पूरे जिले में धरमजयगढ़ नंबर एक में आने का रिकार्ड बना रखा है। हम ये नहीं कहते कि सिर्फ धरमजयगढ़ में ही बेजा कब्जा हो रहे हैं बेजा कब्जा तो हर नगर, शहर में होते हैं लेकिन दूसरे शहर के स्थानीय प्रषासन बेजा कब्जा करने वालों पर कार्यवाही करते हैं लेकिन धरमजयगढ़ के स्थानीय प्रषासन बेजा कब्जा करने वालों को खुलकर संरक्षण दे रहे हैं। पूरे नगर में बेजा कब्जा करने वालों की बाढ़ सी आ गई है। और इस बेजा कब्जा कराने में हमारे कुछ जनप्रतिनिधि का भी हाथ होते हैं कुछ पाषर्द तो बेजा कब्जा करने वालों से बाकायदा कुछ राषि लेकर बेजा कब्जा करने वालों को जगह चिहांकित कर देते हैं।
बेजा कब्जा करने वालों पर क्यों नहीं होती कार्यवाही?
आज हम बात कर रहे नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 8-9 में हो रहे बेजा कब्जा की वर्तमान में वार्ड क्रमांक 8 में दो-दो, तीन-तीन मंजिल का आलीषान बंगले का निर्माण हो रहे हैं लेकिन इस ओर किसी भी अधिकारी कर्मचारी की नजर नहीं पड़ रहा है। सबसे मजेदार बात है कि वार्ड क्रमांक 8 में बन रहे आलीषान बंगला शासकीय अधिकारी कर्मचारियों का होता है। जिसके कारण बेजा कब्जाधिरियों पर स्थानीय प्रषासन इन पर कार्यवाही नहीं करते हैं।
बेजा कब्जा मुक्त करने कलेक्टर बना रहे टीम, धरमजयगढ़ में बेजा कब्जा की बाढ़
मजेदार बात है कि रायगढ़ शहर को बेजा कब्जा मुक्त करने के लिए अधिकारी कर्मचारियों का टीम बनाकर शख्त निर्दष दिया गया है कि किसी भी प्रकार से बेजा कब्जा न हो सके लेकिन धरमजयगढ़ में बेजा कब्जा करने वालों पर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं होने के कारण इनके हौसले बुलंद होता जा रहा है। जिसका नतीजा है कि आज नगर पंचायत क्षेत्र में बेजा कब्जाधारियों का बाढ़ आ गया है। लाखों का शासकीय भूमि पर कब्जाकर आलीषान बंगला बना कर निवास कर रहे हैं।