कविराज, जोहार छत्तीसगढ़।
कोरिया। छत्तीसगढ़ की सीमावर्ती कोरिया जिले के भरतपुर में टिड्डियों दल के पहुंचने पर प्रशासन ने कमर कस ली है। मौके की नजाकत भांपते हुए नवपदस्थ कलेक्टर सत्यनारायण राठौर अलसुबह ही मौके पर पहुंच गए। कोरिया जिले में पहली बार टिड्डियों का दल कल शाम को ही देखा गया। सुबह ये दल जवारीटोला और ग्राम पूंजी के बीच के जंगल में बड़ी मात्रा में इन्हें देख ग्रामीणों ने उन्हें आवाज करके भागने का प्रयास किया।
इसके पहले कलेक्टर के निर्देश पर कृषि और उद्यान विभाग पहले से टिड्डियों की आने को लेकर सजग था। सुबह मनेन्द्रगढ़ से पहुंची अग्निशमन वाहन ने दवा का छिड़काव करना शुरू किया, जिससे काफी संख्या में टिड्डियों का नाश हो सके। लेकिन उनकी संख्या को देखते हुए लगातार छिड़काव किया जा रहा है।
घेरा बना कर भागाने का प्रयास
टिड्डियों का दल कल शाम को ही ग्रामीणों के द्वारा लगाई सब्जी को चट करना शुरू कर दिया था। जिसके बाद ग्रामीणों ने बड़ा घेरा बनाकर उन्हें हांकने की रणनीति बनाई। वहीं अग्निशमन वाहन से दवा के छिड़काव से टिड्डियों के दल को भगाने का प्रयास जारी रखा गया है।
अलसुबह कलेक्टर पहुंचे
नवपदस्थ कलेक्टर सत्य नारायण राठौर अलसुबह बैकुंठपुर से 160 किमी दूर जनकपुर पहुंचे। वहां से काफी दूर स्थित सीधी बॉर्डर होते हुए जवारीटोला पहुंच कर टिड्डियों के नियंत्रण का जायजा लेने के लिए वहीं ठहरे थे। उनके साथ पूरा राजस्व अमला और मनेन्द्रगढ़ डीएफओ श्री झा और उनका पूरा अमला के साथ कृषि, उद्यान विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे। बीते कई घंटे से कलेक्टर सत्य नारायण राठौर वहीं डटे हुए है और ग्रामीणों का हौसला बढ़ा रहे है।
दल का बढ़ता दायरा
कोरिया जिले के भरतपुर के जवारीटोला के बाद अब ये दल माड़ीसरई की ओर बढ़ रहा है। यहां के ग्रामीणों ने दल के आने की खबर दी। जवारीटोला और पूंजी के जंगलों में अभी भी काफी मात्रा में टिड्डियों का डेरा बना हुआ है, जबकि धीरे-धीरे उसके आसपास के गांवों में भी ये अपनी उपस्थिति बनाते जा रहे है।