कोरबा। कोरबा स्थित इंदिरा गांधी जिला चिकित्सालय में आज सुबह हुई अधेड़ महिला की कोरोना संक्रमण से मौत की पुष्टि अभी तक नहीं हो सकी है। महिला की मौत की खबर मिलते ही वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ अस्पताल पहुंची कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने कोरोना वायरस के संक्रमण संबंधी मौजूदा हालातों को देखते हुए तत्काल मृतका का कोरोना टेस्ट कराने के निर्देश अस्पताल के डाक्टरों को दिए। इसके बाद ऐतिहात बरतते हुए तत्काल महिला का सेंपल लेकर उसे जांच के लिए रायपुर के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान भेजा गया है। मृतक महिला की अस्पताल में भर्ती होने के पहले किसी भी तरह से कोरोना संक्रमण से संबंध होने की कोई हिस्ट्री नहीं है। मृतका कभी भी कोरोना संक्रमित संदिग्ध के रूप में किसी भी क्वारेंटाईन सेंटर में नहीं रखी गई थी। मृतका से संबंधित किसी भी परिजन को भी कोरोना संबंधी कोई भी संक्रमण नहीं है। फिर भी प्रशासन ने सावधानी बरतते हुए महिला का सेंपल टेस्ट के लिए भेजा है। महिला की सेंपल की रिपोर्ट आने के बाद ही उसकी मृत्यु का कारण तय हो सकेगा। मृतक महिला के निवास भदरापारा बालको नगर ईलाके को भी सावधानी बरतते हुए क्वारेंटाईन किया गया है। सोशल मीडिया में इस महिला की मौत को कोरोना से जोड़कर भ्रामक एवं तथ्यहीन खबरों को वायरल करने पर कलेक्टर अत्याधिक गंभीर हैं। उन्होंने कोरोना संक्रमण के इस कठिन और संवेदनशील समय पर ऐसी भ्रामक एवं जनमानस में भय भर देने वाली खबरों को वायरल करने पर कड़ी कार्यवाही की भी बात कही है।
महिला का ईलाज कर रहे डाक्टरों ने बताया कि उसे 10 अपे्रल को शाम साढ़े छः बजे बालको अस्पताल से जिला अस्पताल रिफर किया गया था। महिला को उल्टी-दस्त की बीमारी को लेकर बालको अस्पताल में भर्ती किया गया था जहां से सांस लेने में तकलीफ होने पर जिला अस्पताल लाया गया। महिला का पहले ही स्तन कैंसर का आपरेशन हो चुका था। बालको अस्पताल से रिफर हुई इस महिला को जिला अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था और इस दौरान उसका विशेषज्ञ डाक्टर की निगरानी में ईलाज किया जा रहा था। ईलाज के दौरान ही 11 अपे्रल को रात्रि लगभग तीन बजे महिला की मृत्यु हो गई। महिला की मौत की सूचना मिलते ही प्रशासन अलर्ट हो गया। महिला का शव ऐतिहात के तौर पर अस्पताल की मर्चुरी में सुरक्षित रखा गया है। सेम्पलों की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही महिला का शव परिजनों के सुपुर्द किया जायेगा।