धरमजयगढ़ – जोहार छत्तीसगढ़। रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ के वनांचल क्षेत्रों में ग्रामीणों ते द्वारा महुआ फूल चुनने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। ग्रामीण इन दिनों महुआ पेड़ के नीचे के सूखे पत्ते को आग जलाकर सफाई करने में लगे हुए हैं। वही आग पूरे जंगल में दावानल का रूप लेकर जंगल को बहुत अधिक मात्रा में नुकसान हो रही है। और यही आग धीरे – धीरे बढ़ते जा रही है। पूरे जंगल जल कर खाक होते जा रही है। आपको बता दें कि इस बात से वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी बिल्कुल इत्तेफ़ाक नहीं रखतेहैं। वन विभाग गहरी नींद में गाफिल है। मौसम कि वजह से इस वर्ष देर से ही सही पर महुआ फूल चुनने का सिलसिला ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग आरम्भ हो चुका है। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र के लोग प्रतिवर्ष महुआ बीनने के चक्कर में बडी संख्या में जंगलों को आग के हवाले कर देते हैं। जिससे धरमजयगढ़ वन मणडल में भारी संख्या में अनगिनत पेड़ पौधे जलकर नष्ट हो जाते हैं। और इस पूरे मामले में वन विभाग के अधिकारी, कर्मचारी आग बुझाने के नाम पर लाखों रूपये का भ्रष्टाचार करते हैं। वहीं लॉक डाउन के दौरान भी ग्रामीण क्षेत्र के लोग महुआ फूल को चुन कर अच्छी कीमतों में व्यपारियों को बिक्रय कर रहे हैं। लेकिन ग्रामीणों द्वारा जंगल में आग लगाकर जो सफाई करने का तरीका है यह बिल्कुल गलत है। आग लगाने से कई पेड़ पौधे जलकर खाक हो जाते हैं। वहीं जंगली जानवर भी इस दावानल से काफी हद तक शिकार हो जाते हैं। जो कि प्रकृति के लिए बेहद चिंता जनक है।