धरमजयगढ़- जोहार छत्तीसगढ़। ऋतुचक्र अनुसार भारत में प्रमुख रूप से तीन ऋतु ठंड एवं गर्मी लेकिन अभी तो गर्मी में झमाझम बारिब का नजारा देखने को मिल रहा है। प्रत्येक सप्ताह हो रही बारिश से वातावरण ठंडा हो गया है जबकि मार्च में गर्मी शुरू हो जाती है। वे मौसम हो रही इस बारिश में जन जीवन प्रभावित है। वहीं सबसे ज्यादा किसान प्रभावित हो रहा है। गर्मी के दिनों में ज्यादातर किसान सब्जी-भाजी का खेती करते है और ऐसे मौसम में ऐसे खेती पर कीट प्रकोप की संभावना बनी रहती है। धरमजयगढ़ क्षेत्र में तरबूज की बम्फर खेती कि गई जो अब पकने कि स्थिति में है। लेकिन ऐसे मौसम में तरबूज फसल ज्यादा नुकसान होने की संभावना रहती है। बेमौसम हो रही इस झमाझम बारिश से जंगली क्षेत्रों में चार, तेन्दू, महुआ के फसल पर भी असर पड़ेगा वहीं इस वर्ष आम पेड़ों पर बौर नजर नहीं आ रहा है। लगातार बढ़ रहे पर्यावरण प्रदूषण इसका मुख्य कारण है जो बेमौसम बारिश हो रही आज अपनी सुख सुविधा के लिए अंधाधुंध पेड़ों की कटाई वाहनों से निकल रहे प्रदूषित धुएं बड़े-बड़े कल कारखानों के चिमनी से निकल रही गैसीली धुएं का पर्यावरण पर बुरा असर पड़ रहा है जिस कारण मौसम भी अपना रूख बदल रही है।