रायपुर। पूर्व केन्द्रीय मंत्री विष्णुदेव साय प्रदेश भाजपा संगठन के मुखिया हो सकते हैं। संगठन स्तर पर विष्णुदेव साय का नाम करबीन तय है और सिर्फ घोषणा होना बाकी माना जा रहा है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के लिए प्रदेश में लोकसभा चुनाव में सर्वाधिक मतों से जीत कर आये दुर्ग संासद विजय बघेल, पूर्व केन्द्रीय मंत्री विष्णु देव साय, राज्य सभा सांसद रामविचार नेताम, धमतरी से विधायक पूर्व मंत्री अजय चन्द्राकर, राजनांदगाँव के सांसद संतोष पाण्डेय सहित आधा दर्जन से अधिक नाम दौड़ में शामिल था। संगठन के जानकारों का कहना है कि, विष्णुदेव साय ही प्रदेश भाजपा के प्रमुख होंगे ये उनकी दूसरी पारी होगी। इसके पूर्व भी विष्णुदेव साय भाजपा अध्यक्ष का दायित्व बखूबी निभा चुके हैं। तेज तर्रार और साफ छवि के विजय बघेल का नाम सिर्फ सोशल मीडिया तक ही सीमित रह गया है। ये सर्वविदित है कि, संगठन चुनाव के दौरान दुर्ग जिले में भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव सरोज पाण्डेय व विजय बघेल के बीच सीधी टकराहट लोगों को देखने को मिली थी। संगठन स्तर पर और विशेषकर दिल्ली में सरोज पाण्डेय की तूती बोलती है इससे इंकार नहीं किया जा सकता। ऐसे में संगठन के जानकारों का कहना है कि, विजय बघेल का अध्यक्ष बनना तो बहुत दूर वे दुर्ग भिलाई में अपनी पसंद के व्यक्ति को जिलाध्यक्ष बनावा लें तो ही काफी होगा। वैसे भी आगामी संगठन चुनाव में सरोज पाण्डेय के चहेते व्यक्ति को ही दुर्ग भिलाई जिला अध्यक्ष का ताज सौंपा जायेगा। बताया जाता है कि, विष्णुदेव साय केनाम पर बड़े नेताओं में आम सहमति बन गई है। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह व प्रदेश के भाजपा के चाणक्य सौदान सिंह भी विष्णुदेव साय के नाम पर एक साथ सहमत नजर आये। वैसे जानकारों का कहना है कि, विष्णु देव साय केन्द्रीय मंत्री रहते हुए उन्हें जब भाजपा ने लोकसभा की टिकट नहीं दी तो भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का ताज कैसे दे सकती है किन्तु ये भी सर्वविदित है कि, भाजपा संगठन में जिस व्यक्ति के नाम को सोशल मीडिया पर ज्यादा तवज्जो दी जाती है उसे महत्व नहीं मिलता है। प्रदेश में डॉ.रमन सिंह, सौदान सिंह व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक की तिकड़ी चल रही है ऐसे में विजय बघेल के स्थान पर यदि विष्णदेव साय का नाम फायनल होता है तो अतिश्योक्ति नहीं होगा। वैसे भी विजय बघेल के नाम पर इन तीनों नेताओं के अलावा भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव व राज्य सभा सांसद सरोज पाण्डेय की भी सहमति नजर नहीं आ रही है। सरोज पाण्डेय विशेषकर दुर्ग जिले में अपनी एक छत्र राजनीतिक राज चाहती हैं और वह जो चाहती हैं उसे पूरा करके भी दिखाती हैं। ऐसे परिवेश में विजय बघेल का नाम प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के लिए फायनल होने में शंका ही है। आने वाले समय में दिल्ली विधानसभा चुनाव के पश्चात किसी भी समय छ.ग. प्रदेश भाजपा के नाम की घोषणा हो सकती है उसमें सबसे आगे विष्णुदेव साय ही चलते नजर आ रहे है!