प्रकाश मिश्रा-कुनकरी। कुनकुरी नगर पंचायत के रेमते रोड खेल मैदान में खुले आसमान के नीचे पहाड़ी कोरवा का परिवार विगत कुछ दिनों से रह रहा था आज सुबह भोर में उसकी मृत्यु हो गई। सुबह 11 बजे के लगभग जानकारी मिली कि एक लाश रेमते रोड के खेल मैदान में पड़ी हुई है हमने जब जाकर देखा तो एक परिवार महुआ पेड़ के नीचे अपने चार बच्चे उसकी पत्नी और जमीन में पड़ी पति की लाश को लेकर आप बीती बताने लगी उनका कहना था कि सुबह चार बजे के लगभग उनके पति की ठंड से मौत हो गई उनके पति को भोर में घबराहट सी होने लगी पति को गोद में लेकर बैठी थी कि उसकी सांसे थम गई चार बच्चों के साथ पति की लाश लिए सोच रही थी कि अब क्या होगा? इसी बीच गांव वालों की मदद से मुक्तांजली वाहन को बुलाया गया लेकिन दुर्भाग्य से मुक्तांजली वाहन जो खनिज न्यास द्वारा प्रदत्त है कुनकुरी स्वास्थ्य केंद्र को उसमें डीजल नहीं था डीजल नहीं होने की बात जब मुक्तांजली वाहन के ड्रायबर की तो हमने उनसे बात की तो उनका कहना था कि डीजल का पैसा मृत व्यक्ति के परिवार वालों को देना पड़ता है। अब सोचने वाली बात है कि राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र माने जाने वाले पहाड़ी कोरवा के शव को अस्पताल ले जाने के लिए छत्तीसगढ़ शासन के पास कोई फंड नहीं है। जबकि पहाड़ी कोरवा के मदद के लिए शासन हर तरह की योजना चला रहे हैं लेकिन जशपुर जिले में पहाड़ी कोरवाओं के मदद की योजना सिर्फ कागजों में ही चलाकर खाना पूर्ति की जा रहा है जिसका ताजा उदाहरण आज कुनकारी में देखने को मिला। इतनी ठंड में खुले आसमान के लिए कई दिनों से अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ रह रहे थे लेकिन इनको देखने वाला कोई नहीं था कि एक गरीब परिवार की कोई मदद करें न तो सामाज सेवियों की नजर पड़ी और न तो स्थानीय प्रशासन की।
* खनिज न्यास से मुक्तांजली वाहन तो दे दी गई है लेकिन इसको चलाने के लिए कोई फंड नहीं दिया गया है इसलिए मृत व्यक्ति के परिवार को ही डीजल का पैसा देना पड़ता है।
डॉ. साय बीएमओ कुनकुरी
दु:ख की बात है कि पहाड़ी कोरवा की मौत हो गई है मैं तत्काल देखता हूं अपने स्तर से जितना बनेगा मैं करूंगा।
यू डी मिंज विधायक कुनकुरी
- इस विषय पर हमने कलेक्टर जशपुर से बात करना चाहा लेकिन कलेक्टर साहब ने हमारे फोन को रिसिव करना उचित नहीं समझा। फिर हमने सांसद गोमती साय से बात करना चाहा लेकिन उनका मोबाईल स्विच ऑफ मिला।