जोहार छत्तीसगढ़-घरघोड़ा । घरघोड़ा नगर पंचायत चुनाव में बीजेपी की जीत के बाद उपजे विवाद में नया मोड़ आ गया है। चुनाव में कांग्रेस पर्यवेक्षक की कार्यप्रणाली को संदिग्ध बताते हुए सूक्ष्म जांच की मांग की गयी है। कांग्रेस के नेता रजनीकांत तिवारी ने बाकायदा प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष मोहन मरकाम को पत्र लिखकर जांच की मांग की है। पत्र में घरघोड़ा नगर पंचायत चुनाव के पर्यवेक्षक चोलेश्वर चंद्राकर की भूमिका को लेकर कई प्रश्न उठाये गये हैं। पत्र में उल्लेख है कि चोलेश्वर चंद्राकर पूर्व में कुछ संदेहास्पद व्यक्तियों के साथ घरघोड़ा आये थे तथा उनके द्वारा कांग्रेस के पार्षदों के बहुमत आपत्ति दर्ज करने के बावजूद आर्थिक संसाधन प्राप्त कर ऐसे व्यक्ति को अध्यक्ष का प्रत्याशी बनाया दिया जो 3 बार पार्टी छोड़ कर बगावत कर चुके हैं। पार्षदों के बहुमत आपत्ति के बावजूद पर्यवेक्षक द्वारा पार्टी के वरिष्ठ जनों को अंधेरे में रखने से पार्टी को बहुत नुकसान हुआ और कांग्रेस को अध्यक्ष पद गंवाना पड़ा।
क्या पर्यवेक्षक पर होगी कार्यवाही
अब देखना होगा पार्टी कार्यकर्ता द्वारा जांच की मांग के बाद क्या स्थिति बनती है और घरघोड़ा कांग्रेस पर्यवेक्षक की संदिग्ध भूमिका को लेकर और क्या-क्या सच सामने आता है। क्योंकि कांग्रेस के हाथ से अध्यक्ष पद फिसलने के बाद से हारे हुए प्रत्याशी कांग्रेस के कर्मठ कार्यकर्ताओं को टारगेट करने की राजनीति कर रहे हैं ऐसे में कांग्रेस के प्रति समर्पण रखने वाले कार्यकर्ताओं को न्याय दिलाने जांच आवश्यक हो जाती है।