लैलूंगा-जोहार छत्तीसगढ़। लैलूंगा थाना क्षेत्र के ग्राम राजपुर में शरद पूर्णिमा के अवसर पर मेला देखने आई 16 साल की नाबालिक युवती को आधा दर्जन से अधिक दरिंदों ने सामूहिक दुष्कर्म जैसे घिनौने अपराध को अंजाम दिए थे। उपरोक्त मामले में 2 आरोपी अभी भी आरोपी फरार हैं। जबकि घटना 24 अक्टूबर 2018 कि दरम्यानी रात की है। घटना को लगभग डेढ़ साल होने को है। ऐसे में अब तक लैलूंगा पुलिस द्वारा दो आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करना कहीं न कहीं कई संदेह को जन्म देती। हम यह मान सकते हैं, कि बलात्कार जैसे घिनौने अपराध के आरोपियों को आखिरकार लैलूंगा पुलिस ने क्यों गिरफ्तार नहीं कर रही है? आरोपी हेमन्त विजय बेहरा उर्फ पिन्टू बेहरा पिता मोहन बेहरा, तथा सतीश बेहरा पिता मिनकेतन बेहरा दोनों निवासी ग्राम सलखिया के रहने वाले हैं। जब युवती मेला देखने राजपुर अपने रिश्तेदारों के साथ आई हुई थी, युवती तमनार क्षेत्र कि रहने वाली है। जो की अपने रिश्तेदारों के घर लैलूंगा के ग्राम फुलिकुण्डा से राजपुर मेला देखने आई हुई थी। जहाँ से राजपुर के दशहरा मेला देखने के दौरान युवती को कुछ युवकों ने जबरन, बल पूर्वक डरा धमका कर, बहला फुसलाकर मेला स्थल से एक स्विफ्ट डिजायर कार में ले जाकर युवती के साथ उपरोक्त सभी 7 युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था। और युवती के साथ मारपीट भी किया गया था। युवती को डराया धमकाया गया और यदि वह किसी को इस घटना के बारे में बताई तो जान से मार दी जायेगी कहा गया था। जब युवती ने घटना की जानकारी किसी तरह उसके परिजनों को दी। जिसके पश्चात परिजनों ने पुलिस थाना लैलूंगा में इसकी लिखित शिकायत दी थी। जिसके आधार पर लैलूंगा पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध धारा 323, 363, 366, 376-D, 506, 4-6 पाक्सो एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्व कर पहले चार एवं बाद में एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। जिसमें से अन्य दो अरोपी पिछले डेढ़ साल से फरार चल रहे हैं। जिन्हें लैलूंगा पुलिस के द्वारा गिरिफ्तार नहीं किया जा रहा है? विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उपरोक्त घटना में संलिप्त दो आरोपी को नेताओं की सह पर बचाने कि कवायद चल रही है। वहीं किसी तरह युवती को मना बुझाकर उपरोक्त कुछ यवकों बचाने का पुरजोर कोशिश किया जा रहा है। जो कि बेहद ही घटिया तथा शर्मनाक प्रयास है।