जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
विकास खण्ड मुख्यालय से लगभग 20 किलो मीटर की दूर पर बसा ग्राम पंचायत पुटूकछार आज के इस आधुनिक युग में भी मूलभूत सुविधा के लिए तरस रहा है। ग्राम पंचायत पुटूकछार में 6-7 मुहल्ला आते हैं। लेकिन एक मुहल्ला से दूसरा मुहल्ला जाने के लिए ग्रामीणों को भारी परेशानियों का समाना करना पड़ता है। क्योंकि इस आधुनिक युग में भी सड़क की कोई सुविधा शासन ने नहीं किया पकडंड़ी होकर ही जाना पड़ता है, ग्रामीणों का कहना है कि बरसात के दिनों में तो इस रास्ते से चले में भारी दिक्कत होता है हमारे इस दिक्कत को दूर करने का कोई उपय नहीं करते हंै सरपंच-सचिव को बोलने पर इनके द्वारा कुछ भी नहीं किया जाता है।
पीने का स्वच्छ पानी के लिए तरसना पड़ रहा ग्रामीणो को
पुटूकछर के प्राथमिक शाला वाली मुहल्ले में पीने के लिए ग्रामीणों को शुद्ध पानी नहीं मिल रहा है इस मुहल्ले में एकमात्र प्राथमिक शाला में लगे हेंड पंप ही है जिससे पूरे मुहल्ले के लोग पानी पीते हैं। सबसे मजेदार बात है कि इस स्कूल में जो हेंड पंप लगे हैं वाह भी शौचालय और हेंड पंप एक ही जगह में है जिसके कारण लोगों को शुद्ध पेयजल नहीं मिल रहा है। ग्रामीणों को कम से कम शुद्ध पेयजल मिले इसके लिए न तो स्थानीय प्रशसन ने ध्यान दिया है और तो जनप्रतिनिधियों ने स्कूली बच्चे भी इसी हेण्ड पंप की पानी पीते हैं। शौचालय का पूरा गंदा पानी इसी हेण्ड पंप में चला जाता होगा जिससे कभी ग्रामीणों के साथ साथ स्कूली बच्चे भी गंभीर बीमारी के चपेट में आ सकते हैं।
ग्रामीणों को नहीं मिला स्वच्छ भारत मिशन योजना का लाभ
ग्राम पंचायत पुटूकछार के ग्रामीणों को भारत सरकार का योजना स्वच्छ भारत योजना का लाभ नहीं मिल रहा है सरपंच-सचिव द्वारा बनाये गये शौचालय पूरी तरह भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ गया है इनके द्वारा बनाये गये शौचालय में सीट, सेफटिक टैंक का कोई अता पता नहीं है ऐसे ही चार दिवार खड़ा कर दिया गया है। सरपंच से पूछने पर सरपंच पूरी जानकारी तो नहीं दे पाई बताई कि लगभग 250 शौचालय बनाया गया है ग्राम पंचायत में लगभग 450 परिवार निवास करते हैं। शौचालय के नाम पर कितने राशि आहरण किया गया ये भी नहीं बता पाई है सरपंच ने बताये कि मैं नहीं जानती सचिव ही बता पायेंगे। घटिया निर्माण के बारे में पूछने पर बताई कि इसके लिए आप लोग सचिव से मिले सचिव ही बता पायेंगे मेरे को कुछ नहीं मालूम।
कागज में कर दिया पुटूकछार को ओडीएफ घोषित
450 परिवार वाला ग्राम पंचायत में सिर्फ 250 शौचालय निर्माण वो भी आधा अधूरा इसके बात भी ग्राम पंचायत पुटूकछार ओडीएफ घोषित। ग्रामीणों ने बताये कि सरपंच-सचिव को अधूरा शौचालय को पूरा करने बोलने पर सरपंच-सचिव बोलते हैं कि हमारे पास राशि नहीं कहां से पूरा करूं जिसका शौचालय अधूरा है वह सब स्वयं बना ले पंचायत के पास शौचालय बनाने के लिए राशि नहीं है। विड़बना देखिए ग्राम पंचायत शौचालय के नाम पर 24 लाख रूपये आहरण कर चुका है लेकिन इतने अधिक राशि आहरण करने के बाद भी सरपंच-सचिव द्वारा ग्रामीणों के घर में सही तरीके से शौचालय का निर्माण नहीं किया है। और अधिकारी बिना जांच किए ही ग्राम पंचायत को ओडीएफ घोषित कर दिया आंख मुंदकर।
खुले में शौच जाने वक्त महिलाओं बुरी नियत से ताकते हैं लोग
घर में शौचालय नहीं होने पर महिलाओं को सबसे अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है महिलाओं ने बताये कि बल्टी लेकर खुले शौच करने जाते वक्त बहुत लोग हंसी उड़ते हैं और लड़कियों को और भी अधिक परेशानी होता है उनके साथ तो छेडख़ानी भी होता है लेकिन इसके बाद भी सरपंच-सचिव शौचालय का निर्माण नहीं कर रहे हैं।
हाथी प्रभावित क्षेत्र होने के बाद भी मोबाईल टावर चालू नहीं
खम्हार क्षेत्र पूरी तरह हाथी प्रभावित क्षेत्र होने के बाद भी इस क्षेत्र में मोबाईल सुविधा उपलब्ध नहीं है मोबाईल टावर चालू नहीं होने के कारण ग्रामीणों को भारी परेशानियों का समाना करना पड़ रहा है गांव में हाथी आने पर भी ग्रामीण इसकी सूचना न तो वन विभाग को दे पाते हैं और न स्थानीय प्रशासन को अभी हाल ही में खम्हार क्षेत्र में हाथी ने एक को मौत के घाट उतारा है। ग्रामीण मोबाईल टावर के लिए रायगढ़ सांसद गोमती साय से मिलकर क्षेत्र में बंद पड़ मोबाईल टावर चालू करवाने की मांग की है।