जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़। धरमजयगढ़ तहसील में संचालित हो रहे लोक सेवा केन्द्र के आपरेटर गुडिय़ा का शिकायत लगातार मिलने के बाद भी कार्यवाही नहीं होने से आपरेटर का हौसला बुलंद हो गया है। लोक सेवा केन्द्र के आपरेटर जाति, निवास बनाने के नाम पर ग्रामीणों से हजारों रूपये लेते हैं। लोक सेवा केन्द्र के आपरेटर को अगर कोई पैसा नहीं देते हैं तो वह कई महिनों तक जाति निवास प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर घूमाते हैं लेकिन जैसे ही आपरेटर को पैसा मिल जाता है वैसे ही प्रमाण पत्र दे देते हैं। आपरेटर गुडिय़ा का शिकायत कलेक्टर के पास भी लिखित में हुआ है लेकिन इसके बाद भी आपरेटर की मनमानी रूकने का नाम नहीं ले रहा है। अगर लोक सेवा केन्द्र आपरेटर के पास आय, जाति बनवाने जा रहे हैं तो सबसे पहले आपको कितना रूपये लगेगा ये पूछना होता है अगर आप उनके मनमाफिक रूपये दे देते हैं तो आपका जाति घंटों में ही बन जायेगा। चाहे वह दिन छुट्टी ही क्योंं न रहे।
आखिर छुट्टी के दिन कौन करता है हस्ताक्षर
जब से लोक सेवा के माध्यम से जाति, निवास एवं आय बनना शुरू हुआ है तब से प्रमाण पत्र में डिजिटल हस्ताक्षर होने लगा है। अब मजेदार बात है कि अगर कोई प्रमाण पत्र छुट्टी के दिन बनता है तो उस प्रमाण पत्र में डिजिटल हस्ताक्षर कौन करता होगा यह सबसे बड़ी बात है। कहीं ऐसा तो नहीं कि आपरेटर गुडिय़ा के पास तहसीलदार का हस्ताक्षर वाला पासवार्ड हैं जिसका दुरूपयोग लोक सेवा केन्द्र के आपरेटर कर रहे हैं?