जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
धरमजयगढ़ को बेजा कब्जा का गढ़ कहा जाये तो कई गलत नहीं होगा, जिधर देखो उधर बेजा कब्जा की भरमार देखने को मिल जाता है, और स्थानीय अधिकारी-कर्मचारी बेजा कब्जाधारियों पर कार्यवाही नहीं अवैध वसूली करने में मस्त है? अवैध कब्जा की शिकायत करने पर न तो नगर पंचायत कार्यवाही करता है और न ही नजूल विभाग सब आंख में काली पट्टी बांधकर बैंठे हैं जिसका नतीजा है कि नगर की मुख्य सड़क के किनारे तो बेजा कब्जा हो ही रहा है और अब बेजा कब्जाधारियों द्वारा क्लब ग्राऊंड को भी नहीं छोड़ रहे हैं बेजा कब्जा करने से। जिस प्रकार से रायगढ़ रोड़, खरसिया रोड़, कॉलेज रोड के किनारे बेजा कब्जाधारियों ने ठेला लगा-लगाकर पूरी तरह कब्जा कर लिया है ठीक उसी तरह अब क्लब ग्राऊंड को भी कब्जा करने का खेल चल रहा है। क्लाब के चारो ओर बेजा कब्जा करने के उद्देश्य से स्थाई ठेला लगना शुरू हो गया है। नगर में हो रहे बेजा कब्जा नगर के एक-एक जनता को दिखाई दे रहा है सिर्फ और सिर्फ नगर के अधिकारी-कर्मचारी को दिखाई नहीं दे रहे हैं।
बेजा कब्जाधारियों से मालामाल हो रहे अधिकारी-कर्मचारी?
मुख्य सड़क किनारे लगे ठेला वालों से नगर पंचाायत की एक अधिकारी ने 10 से 15 हजार की अवैध वसूली करने की जानकारी मिली है। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार नगर पंचायत नोटिस के नाम पर ठेला वालों से अवैध वसूली किया है? रायगढ़ रोड में आप देख सकते हैं कि किस तरह से रोड किनारे गाड़ी धोने के लिए सरकारी जमीन पर बेजा कब्जा किया है। अब सवाल उठता है कि अगर नगर पंचायत के अधिकारी-कर्मचारी इन बेजा कब्जाधारियों से अवैध वसूली नहीं किया है तो फिर इन बेजा कब्जाधारियों को नोटिस देखर बेदखल क्यों नहीं किया जा रहा है? और अगर इन लोगों से अवैध वसूली नहीं हुआ है तो फिर सरकारी जमीन पर व्यवसाय करने के लिए इनको नल कनेक्शन नगर पंचायत द्वारा क्यों दिया गया है? नगर पंचायत द्वारा इन बेजा कब्जाधारियों को बिजली कनेक्शन के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी क्यों किया जाता है? अगर नगर पंचायत इन लोगों से किसी प्रकार की कोई अवैध वसूली नहीं किया है तो फिर इन दुकानदारों को पूरी सुविधा कैसे मिल रहा है। धरमजयगढ़ का हाल तो ये है कि लोग सड़क किनारे की खाली सरकारी जमीन पर लोग बड़े-बड़े ठेला बनाकर उसी में पूरी परिवार के साथ मकान बना कर रह रहे हैं हम आपको बता दे कि पीपरमार बिजली ऑफिस का ही हाल देख लीजिए यहां तो लोग दुकान के साथ साथ घर भी बना लिया है लेकिन इसपर भी धरमजयगढ़ के अधिकारी-कर्मचारियों को कोई कार्यवाही नहीं करते हैं। पता नहीं धरमजयगढ़ के राजस्व अधिकारी-कर्मचारी कौन सी कंपनी का चश्मा लगाते हैं जो सड़क किनारे एवं क्लब ग्राऊंड में हो रहे बेजा कब्जा दिखाई नहीं दे रहे हंै।