जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
शासन द्वारा धरमजयगढ़ क्षेत्र में रेत खदान घोषित नहीं करने के बाद भी मांड नदी से रात दिन अवैध तरीके से रेत परिवहन जारी है, रेत माफियाओं के हौसले इतना बुलंद हो गया है कि ये लोग मांड नदी में पोकलेंड मशीन लगाकर रेत की खुदाई की जा रही है। रेत माफियाओं के हौसले इतने बुलंद है कि ये लोग अब धरमजयगढ़ नगर से रेत उत्खनन कर लैलंूंगा में सप्लाई कर रहे हैं, यह खेल लंबे समय से चल रहा है। 9 मार्च की रात वार्ड क्रमांक 8 के पार्षद को खबर लगा कि मांड नदी से अवैध तरीके से रेत उत्खनन किया जा रहा है। पार्षद जानू सिदार अपने साथी समय अग्रवाल के साथ मांड नदी की ओर जाने लगे तब देखा की मांड नदी से रेत लोड़कर मां ढाबा की ओर हाईवा आ रहा रहा है, हाईवा चालक से पूछने पर बताया कि यह काम मुस्कान अग्रवाल ठेेकेदार द्वारा करवाया जा रहा है, रेत को कहां ले जा रहे पूछने पर बताया कि लैलूंगा ले जा रहे हैं। पार्षद जानू सिदार ने इसकी जानकारी धरमजयगढ़ थाना प्रभारी कमला पुसाम को देने पर थाना प्रभारी स्वयं जांच करने रात को ही मांड नदी पहुंचे। लेकिन पुलिस पहुंचने से पहले ही रेत तस्कर नदी से पोकलेंड मशीन को हटा दिया। अवैध रेत परिवहन करने वाले हाईवा क्रमांक सीजी 28, 6131 को जप्त कर थाना लाया गया है। हाईवा वाहन सुगंधा अग्रवाल रायगढ़ के नाम पर मुंगेली परिवहन विभाग से पंजीकृत है। धरमजयगढ़ पुलिस मामला दर्ज कर आगे की कार्यवाही में जूट गई है।

अधिकारियों द्वारा फोन रिसिव नहीं करने से नाराज है जनप्रतिनधि
मांड नदी से अवैध तरीके से रेत तस्करी की सूचना देने अधिकारियों को फोन करने पर जनप्रतिनिध का फोन रिसिव नहीं किया गया। जिससे जनप्रतिनधियों में अधिकारियों के प्रति आक्रोश देखने को मिल रहा है। पार्षद जानू सिदार ने बताया कि अधिकारी एक पार्षद का फोन रिसिव करना उचित नहीं समझ रहे हैं, एसडीएम तहसीलदार को कई बार फोन लगाया गया लेकिन किसी ने फोन रिसिव नहीं किया।
रात में स्वयं गाड़ी चलाकर पहुंची लेडी सिंगम
अवैध रेत तस्करी की सूचना पाते ही स्वयं थाना प्रभारी कमला पुसाम गाड़ी चलाकर मांड नदी पहुंची और तस्करों की खोजबीन करने लगी लेकिन तस्करों को पुलिस अपने की खबर लग गई और पोकलेंड मशीन को नदी से हटा दिया।
तस्कर द्वारा रात में ही फिर किया गया रेत की तस्करी?
रात करीब 12 बजे के आसपास थाना प्रभारी स्वयं मांड नदी पहुंचकर तस्करों की खोजबीन की लेकिन तस्कर फरार हो गये थे। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार तस्कर रात करीब 3 बजे फिर से रेत तस्करी करने लग गये थे, रात 3 बजे के आसपास पोकलेंड मशीन द्वारा हाईवा लोडकर रेत की तस्करी की गई है। हम आपको बता दे कि हाईवा चालक द्वारा जिस ठेकेदार का नाम लिया गया है वह ठेकेदार मलका पावर प्लांट में ठेका लेकर काम करते हैं।