जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
नामांकन के आखिरी समय में बंग समाज की तरफ से एक और अध्यक्ष पद के रूप में निर्दलीय प्रत्याशी का नाम आने के बाद राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया है। बंग समाज के जाने माने नेता रविंद्र राय के निर्दलीय के रूप में आवेदन भर देने से भाजपा के जीत में रोड़ा अटकता दिख रहा है। जिसका सीधा फायदा कांग्रेस को मिल सकता है बताया जा रहा है कि एक बड़ा वोट बैंक भाजपा का रहता आया है। मगर समाज के एक नेता का निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में खड़े हो जाने मात्र से अब यह वोट बटता दिखाई दे रहा है। जिसका नुकसान भाजपा को यहां उठाना पड़ सकता है। आपको बता दे की रविन्द्र राय पिछले बार भी निर्दलीय वार्ड पार्षद के रूप मे जीतते आए हैं। आप लोगों को याद होगा कि 2009 के नगरीय चुनाव में रविन्द्र राय वार्ड क्रमांक एक से निर्दलीय पार्षद चुनाव लड़ा था, उस चुनाव में दोनों ही राष्ट्रीय पार्टी भाजपा-कांग्रेस के प्रत्याशी अपना जमानत तक नहीं बचा पाए थे, तब से अब तक रविन्द्र राय वार्ड क्रमांक एक का पार्षद चुनता आ रहा है। भाजपा को अगर अध्यक्ष का चुनाव जीतना है तो, भाजपा को यहां एक मजबूत रणनीति के साथ मैदान में उतरने की जरूरत है, नहीं तो भाजपा को अध्यक्ष का रास्ता तय करने आसान नहीं होगा।