जोहार छत्तीसगढ़-जांजगीर।
जहां पूरे प्रदेश भर में राज उत्सव मनाया जा रहा है लेकिन वही दूसरी ओर छत्तीसगढ़ शासन राजकीय चिन्ह का कूड़े कचरे में फेंक कर अपमान किया जा रहा है सहायक अभियंता लोक स्वास्थ्य उपखंड के अधिकारी के द्वारा देखी गई यह लापरवाही जिला जांजगीर चांपा में एक गंभीर और चिंताजनक मामला सामने आया है, जहां सहायक अभियंता लोक स्वास्थ्य उपखंड के अधिकारी द्वारा छत्तीसगढ़ के राजकीय चिन्ह का अपमान किया गया है। इस चिन्ह में अशोक चिन्ह और तीन शेर हैं, जो छत्तीसगढ़ की शासन प्रशासन की गरिमा का प्रतीक है और राज्य की एकता और अखंडता को दर्शाते हैं। पर वहीं सहायक अभियंता लोक, स्वा, उपखंड के पदाधिकारी को इससे कोई सरोकार नहीं है, छत्तीसगढ़ राजकीय शासन प्रशासन के प्रतीक चिन्ह का यदि मतलब पूछा जाए तो शायद ही उनको मालूम होगा, यदि मालूम होता तो छत्तीसगढ़ की धरोहर राजकीय चिन्ह की अपमान नहीं किया जाता। सहायक अभियंता लोक स्वास्थ्य उपखंड चाम्पा के पदाधिकारी को शायद यहां चिन्ह कचरे के समान लगता है इसी लिए अधिकारी द्वारा कचरे के ढेर में फेंक दिया गया और गुटका थंूक से ढक दिया गया, जो बहुत ही अपमानजनक और निंदनीय है। यह घटना सरकारी अधिकारियों की लापरवाही और जिम्मेदारी की कमी को दर्शाती है, जो राज्य के सम्मान और गरिमा के लिए खतरनाक है। इस मामले में तुरंत कार्रवाई की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो और राज्य के सम्मान की रक्षा की जा सके। सरकारी अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी के प्रति जागरूक होना चाहिए और राज्य के सम्मान की रक्षा करनी चाहिए।
मामले की गंभीरता को देखते हुए, हमें निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान देना चाहिए।
राजकीय चिन्ह का महत्व,सरकारी अधिकारियों की जिम्मेदारी,कार्रवाई की आवश्यकता,राज्य के सम्मान की रक्षा,लोक स्वास्थ्य उपखंड की जिम्मेदारी,अधिकारियों की लापरवाही के परिणाम,राज्य के नागरिकों की भावनाएं। इस घटना की जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। सरकार को इस मामले में तुरंत ध्यान देना चाहिए और राज्य के सम्मान की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए।