जोहार छत्तीसगढ़-कांकेर।
यदि आप बवासीर बीमारी से परेशान हैं और इसका कई जगह उपचार कराकर निराश हो चुके हैं तो अब आपको परेशान होने की कतई जरुरत नहीं है। कांकेर शहर से लगे ग्राम दसपुर में बवासीर के सैकड़ों मरीज अपना इलाज करवा ठीक हो चुके है, वे अपने मरीजों को ऐसी क्या दवा देते है कि बवासीर विशेषज्ञ की तहसीलदार, टीआई, फिल्मी हीरो भी तारीफ करते नहीं थक रहे। उपचार के बाद स्वस्थ हुए पूर्व तहसीलदार, पूर्व टीआई, राज्य पाल पुरस्कृत प्राचार्य व पत्रकार ने भी पत्रकारों से अपना अनुभव साझा किया है। इलाज करवा कर ठीक हुए शा. उ. मा. विद्यालय लखनपुरी के पूर्व प्राचार्य राज्यपाल पुरस्कृत फूलसिंह गंगेश ने बताया कि दसपुर में केवल दवा से इलाज किया जाता है। ऑपरेशन करवाने की जरूरत ही नहीं पड़ती है। एकता नगर कांकेर निवासी पूर्व तहसीलदार एस एल सीवाना ने चर्चा में बताया कि मुझे दस वर्षो से बवासीर था इलाज करवा करवा कर थक गया था, फिर भी ठीक नहीं हो रहा था मुझे दसपुर वाले बवासीर विशेषज्ञ तोरण का मों नं. मेरे परिचीत से प्राप्त होने पर मैं भी इलाज करवाया। दस साल की पूराना बिमारी सिर्फ आठ दिन में ठीक हुई। ऐसे शर्तिया इलाज करने वाले को मैं कभी भी भूल नहीं सकता। झुनियापारा कांकेर निवासी पूर्व टीआई सूर्यवंशी ने बताया कि उन्होने अपने पत्नी सुर्यवंशी का इलाज 2017 में कराया था फिर उसको कभी भी यह बीमारी दोबारा नहीं हुई। कोण्डागांव जिले के ग्राम छिन्दली (बहीगांव) के सरपंच जेठूराम मरकाम ने बताया कि दसपुर कांकेर से लगा हुआ है। जहां मरीजों को भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ती। दसपुर गांव कांकेर जिला मुख्यालय से पूर्व की ओर दुधावा मार्ग में 5 किमी दूरी पर स्थित है। जहां सिर्फ 10 से 20 मिनट में बवासीर का इलाज किया जाता है। इलाज करवाने के बाद मरीज तुरंत घर जा सकते हैं। इलाज के बाद मरीज सुखी सुखी जीवन व्यतीत कर रहे हैं। बेलरगांव क्षेत्र के दैनिक भास्कर के पत्रकार नारद साहू ने बताया कि मैं साहू समाज का अध्यक्ष भी हूं। बवासीर विशेषज्ञ को विगत 15 वर्षो से जानता हूं इस बवासीर विशेषज्ञ से मैं और मेरे साहू समाज के विशेष निवेदन अनूरोध पर सितम्बर 2023 में 47 मरीजो का बेलरगांव आकर 100 प्रतिशत बिना आपरेशन बिना पैसे का नि: शुल्क इलाज किया था। बवासीर विशेषज्ञ का मैं कांकेर के लोकप्रिय विधायक आशाराम नेताम के सह सचिव बलराम साहू पति-पत्नी दोनों ने इस बवासीर विशेषज्ञ की तारीफ की है। वहीं छत्तीसगढ़ी प्रसिद्ध फिल्म हण्डा के हीरो अनिल सिन्हा जी ने भी मुलाकात के दौरान इस बवासीर विशेषज्ञ की तारीफ की व साथ में फोटो भी खिंचवाए। राजिम के राजीव लोचन मंदिर के पुजारी शिव सिंह ठाकुर, कुरूद धमतरी निवासी सन्तू राम चेलक, यूनियन बैंक मैनेजर इमलीपारा कांकेर निवासी वर्तमान मुम्बई निवासी विश्वजीत दलपती, हात्मा विश्रामपुरी के सन्तू मरकाम, कांकेर के पास ग्राम गोतपुर के निवासी आरक्षक अनिल शोरी, व्यासकोंगेरा के कोटवार देवराम कुलदीप, नंदनमारा कांकेर के किसान पुत्र गोकुल सोनकर, नरहरपुर के मनीराम सिन्हा (छत्तीसगढी फिल्म हण्डा के हीरो के पिता व माता) ने भी बताया दसपुर में बवासीर का एक नम्बर इलाज होता है। छोटे बेठीया पुलिस कैम्प में पदस्त हवलदार ने बताया मेरा नाम बालाराम सलाम है और मंै ग्राम पलेवा का निवासी हूं। मुझे बवासीर हो गया था तो मैं दसपुर जा कर इलाज करवाया मेरा बिमारी आठ दिन में 100 प्रतिशत ठीक हूआ तो मैं अपने साथी मानसाय शोरी वे भी हवलदार है सहित अन्य साथियों को जानकारी देकर उन लोगो का भी इलाज करवाया हूं सभी ठीक हो गये हैं। बवासीर विशेषज्ञ तोरण की तारीफ करते करते सभी मेरा भी तारीफ करते हैं। कोयलीबेड़ा, चारामा, नरहरपुर, लखनपुरी, दुधावा, सरोना के लगभग 80 से भी ज्यादा महिलाएं भी यहां बवासीर बीमारी का इलाज करवा कर स्वस्थ्य हुए हैं। सभी ने दसपुर वाले बवासीर विशेषज्ञ की तारीफ की है।