Home छत्तीसगढ़ झोलाछाप डॉक्टरों का आतंक: स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से जान जोखिम में...

झोलाछाप डॉक्टरों का आतंक: स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से जान जोखिम में डालकर ग्रामीण करवा रहे ईलाज

315
0

जोहार छत्तीसगढ़ जांजगीर।

जिले के बलौदा ब्लाक में झोलाछाप डॉक्टरों का आतंक बढ़ता जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से लोगों की जान जोखिम में है। अवैध क्लीनिक बनाकर अपने ही घर में मरीजों का इलाज किया जा रहा है, जिससे उनकी सेहत खतरे में है। यह मामला न केवल स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही को दर्शाता है, बल्कि यह लोगों की जान के साथ खिलवाड़ करने का भी मामला बनता है।

नवगांवा में झोलाछाप डॉक्टर का अपने ही घर मे अवैध क्लीनिक संचालित

नवगांवा में एक झोलाछाप डॉक्टर जिसका नाम संतोष साहू है वह अपने ही घर मे अवैध क्लीनिक चला रहा है। यहाँ मरीजों को लेटने के लिए तीन बेड डाल रखे हैं और उन पर लिटाकर ड्रिप चढ़ाई जा रही है। डॉक्टर का दावा है की डेंगू बुखार, सिर दर्द, पेट का दर्द, मलेरिया, टाइफाइड, लकवा थायराइड पीलिया पाइल्स भगंदर कैंसर एचआईवी एप्स जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज किया जाता है। मरीजों को गलत दवाएं दी जा रही है, जिससे उनकी सेहत और भी खराब हो रही है। छोटे-छोटे मासूम बच्चों का ड्रिप स्लाइड चढ़ाया जा रहा है जिससे बच्चों के जान खतरे में बनी रहती है।

स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत?

सूत्रों से पता चला है कि झोलाछाप डॉक्टर डराकर मरीजों को अपने क्लीनिक में तीन से चार दिन भर्ती करके उनसे मोटा मुनाफा कमा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बीएमओ को इस मामले की पूरी जानकारी होने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। यह मामला स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और मिलीभगत को दर्शाता है। लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए। ताकि मरीजों का जान बचाई जा सकें ।

अवैध दवाइयों का खदान

झोलाछाप डॉक्टर के घर के अंदर अवैध दवाइयों का खदान रखा है। यहाँ से नकली और एक्सपायरी दवाइयां बेची जा रही है। मरीजों को ये दवाइयां दी जा रही है, जिससे उनकी सेहत और भी खतरे में है। स्वास्थ्य विभाग को इस मामले में तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए और अवैध दवाइयों के खदान को सील करना चाहिए।

मांग: तुरंत कार्रवाई

स्वास्थ्य विभाग को अवैध क्लीनिक को बंद करने और झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को इस मामले में दखल देनी चाहिए और स्वास्थ्य विभाग को निर्देश देने चाहिए कि वे अवैध क्लीनिक के खिलाफ कार्रवाई करें। लोगों की सेहत की सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here