जोहार छत्तीसगढ़-खरसिया।
नगर पालिका कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की स्कूली छात्राएं विद्यालय में शिक्षिकों और भृत्यों की कमी को लेकर नारेबाजी करते हुए नगर पालिका कार्यालय का घेराव करने पहुंच गयी, जहां मुख्य नगर पालिका अधिकारी अनुपस्थित होने के कारण स्कूली छात्राओं के द्वारा नारेबाजी करते हुए विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी एवं एसडीएम खरसिया कार्यालय की ओर जाने लगे उक्त वाकये की जानकारी मिलते ही प्रशासन के हाथ पांव फूल गए और आनन फानन में एसडीएम खरसिया ने तहसीलदार खरसिया एवं विकासखंड शिक्षा अधिकारी को स्कूली छात्राओं को समझाने हेतु भेजा। स्कूली छात्राओं के एसडीएम कार्यालय पहुंचने के पहले तहसीलदार एवं बीईओ ने छात्राओं से मिलकर उनसे चर्चा की और उनकी समस्याओं को शीघ्र समाधान करने का आश्वासन देते हुए उन्हें आधे रास्ते से ही वापस भेजने में सफलता पाई। विदित हो कि स्थापना काल से ही शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का संचालन नगर पालिका परिषद खरसिया करते हुए आ रही है। तब इस विद्यालय में प्लेसमेंट एवं कुछ शासकीय शिक्षक शिक्षिकाओं द्वारा विद्यालय में अध्यापन कार्य सुचारू रूप से संचालित होते हुए आ रही थी, किंतु विगत कुछ माह पूर्व इस विद्यालय को राज्य शासन के अधीन किये जाने का आदेश आया और विद्यालय शिक्षा विभाग के अधीन होने के कारण विद्यालय में जो शिक्षिकाएं प्लेसमेंट के तहत अपनी सेवाएं दे रही थी उन्हें मुक्त कर दिया गया। इस संबंध में नगर पालिका परिषद खरसिया के द्वारा अपने पीआईसी बैठक में उक्त विद्यालय में 04 शिक्षिकाओं को पदों पर कार्य करने हेतु स्वीकृति प्रदान करने का प्रस्ताव पारित कर शासन को भेजा गया है, किंतु शासन को कोई दिशा निेर्देश प्राप्त नहीं होने के कारण नगर पालिका प्रशासन द्वारा कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में अध्ययनरत छात्राओं के लिये शिक्षिकाओं की व्यवस्था नहीं कर पा रही है। इस प्रकार शासन प्रशासन की ढुल मूल रवैये से परेशान होकर कन्या स्कूल के छात्राओं ने आज नगर पालिका, एसडीएम कार्यालय एवं बीईओ कार्यालय घेराव का मन बनाते हुए अपना आंदोलन का आगाज करते हुए सर्वप्रथम नगर पालिका परिसर पहुंचे जहां सीएमओ के अनुपस्थित रहने के कारण उन्हें निराशा हाथ लगी किंतु वहां छात्राओं को जानकारी मिली कि शिक्षकों की व्यवस्था का कार्य कार्य एसडीएम एवं विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी के अधिकार क्षेत्र में है, तब स्कूली छात्राओं ने नारे बाजी करते हुए तहसील कार्यालय मदनपुर की ओर रवाना हो गये। जब स्थानीय प्रशासन को स्कूली छात्राओं द्वारा अपने स्कूल में शिक्षकों के पदस्थापना को लेकर किये जा रहे नारेबाजी एवं एसडीएम एवं बीईओ कार्यालय के घेराव की जानकारी मिली तो तत्काल तहसीलदार एवं बीईओ स्कूली छात्राओं को समझाने निकल पड़े। तब तक स्कूली छात्रायें हमालपारा पहुंच चुकी थी यदि कुछ और विलंब होता तो छात्राएं आज अपनी मांग को लेकर एसडीएम कार्यालय एवं बीईओ कार्यालय पहुंच चुके होते, किंतु बीच रास्ते में ही तहसीलदार एवं बीईओ ने उनकी समस्याओं का संज्ञान लेते हुए शीघ्र शिक्षिकाओं का व्यवस्था करने का आश्वासन दिया तब कहीं जाकर छात्राओं ने अपना आंदोलन समाप्त कर अपने अपने घर लौटे तब कहीं जाकर प्रशासन की सांस में सांस आई। इस संबंध में नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि सुनील शर्मा ने बताया कि नगर पालिका में प्लेसमेंट कर्मचारियों को सेटअप में 96 कर्मचारियों की स्वीकृति थी जिसमें 7 शिक्षक स्वीकृत है जो कि 4 कन्या स्कूल के एवं 3 बाल मंदिर के थे, उसी प्लेसमेंट का टेंडर हुआ है एवं उसी के तहत अनुबंध हुआ है। नगर पालिका परिषद की बैठक 27 जून 2024 को क्रमांक 19 में निर्णय लेकर हमने पुन: उक्त सेटअप के साथ प्रस्ताव पारित कर शासन को स्वीकृति हेतु भेजा जा चुका है किंतु राज्य शासन द्वारा आज पर्यन्त हमें किसी प्रकार का कोई मार्गदर्शन प्राप्त नहीं हुआ है।
विधायक मिले छात्राओं से
उक्त घटना की जानकारी मिलने पर क्षेत्रीय विधायक और पूर्व मंत्री उमेश पटेल खरसिया रेस्ट हाउस पहुंचे और स्कूली छात्राओं से मिले जहां छात्राओं के द्वारा उन्हें अपनी समस्या से अवगत कराया गया, जिस पर उनके द्वारा तत्काल जिला कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी को दूरभाष के माध्यम से तत्काल शिक्षकों तथा भृत्यों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए, जिस पर देर शाम जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा 5 शिक्षकों तथा 2 भृत्यों की व्यवस्था कर दी गयी।
तहसीलदार ने दी जेल भेजने की धमकी
छात्राओं के साथ रैली में कुछ युवा नेता भी चल रहे थे। रैली को रोककर तहसीलदार और बीईओ ने समझाया गया, इस दौरान तहसीलदार लोमेस कुमार मिरी ने कहा कि नेताओं से कोई बात नहीं की जाएगी। केवल छात्राओं की बात सुनी जाएगी। इस दौरान उन्होंने युवकों को जेल भेजने की चेतावनी भी दी। बताया जा रहा है कि तेज गर्मी और उमस के कारण एक छात्रा को चक्कर आ गया। डॉ. डीपी पटेल के द्वारा उसका उपचार किया गया।