जोहार छत्तीसगढ़ -बलौदाबाजार।
छत्तीसगढ़ सरकार भले ही प्रदेश में सुशासन का दावा करती हो लेकिन यह केवल विज्ञापनों पर सीमित है हाल के समय में प्रदेश में हो रहे घटना इसके उदाहरण है बलौदा बाजार के एकलव्य आवासीय विद्यालय में हुई घटना में एक आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार किया है लेकिन इसमें भी प्रशासनिक शिथिलता दिखाई पड़ती है, तो क्या सरकार इस मामले पर भी कोई बड़ी कार्यवाही करती है क्या इसके लिए प्रशासन से जवाब मांगा जाएगा। बलौदा बाजार भाटापारा जिला में स्थित छत्तीसगढ़ के प्रथम शहीद वीर नारायण सिंह के गृह ग्राम सोनाखान में आवासीय विद्यालय के छात्रों के साथ छेड़छाड़ करने का मामला सामने आया है आपको बता दे की पूर्व में भी चार छात्रों के साथ वहां के शिक्षकों द्वारा छेड़छाड़ किया गया था। सूत्र बताते हैं कि मामला इसी माह के चौदह तारीख की है जिसका पता चलते ही मामले को विद्यालय प्रबंधन के द्वारा दबा दिया गया था बच्चे जब सामूहिक रूप से इसका विरोध किया तब जाकर विद्यालय के प्रिंसिपल के द्वारा प्रशासन को अवगत कराया गया जब हमने इसके संबंध में खबर का प्रकाशन किया तब जाकर आरोपी शिक्षक के ऊपर कार्रवाई हुआ खबर प्रशासन के पश्चात सभी पालक एवं सर्वाधिक आदिवासी समाज के बड़ी संख्या में लोग एकलव्य आवासीय विद्यालय पहुंचकर घटना का जायजा लिया सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष भूपेंद्र ध्रुवंशी बताते हैं कि हमने बच्चों से बात किया बच्चे बहुत डरे सहमे थे कुछ बताने की स्थिति में नहीं थे हमारे आश्वासन के पश्चात बच्चों ने बताया कि उनके साथ में लगातार छेड़छाड़ की घटना हो रही है और हमने इसके संबंध में प्रबंधन को भी मौखिक रूप से बताएं है लेकिन संबंधित शिक्षकों द्वारा बच्चियों को डरा दिया जाता था कि यदि घटना के बारे में पालक या अन्य व्यक्ति को बताते हैं तो आपको स्कूल से निकाल दिया जाएगा जिससे छात्रों के मन में डर था। जिसके चलते पीडि़त छात्रा किसी के साथ घटनाक्रम को साझा नहीं करती थी। बता दे की एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय हैं जो भारत सरकार की जनजाति मंत्रालय की ओर से अनुसूचित जनजाति छात्राओं को दूर दराज इलाको मैं आवासीय स्कूलों में स्कूल का शिक्षा के साथ-साथ स्कूलों में रहने वाली छात्राओं को भोजन किताबें मुफ्त में दी जाती हैं पढ़ाई के अलावा खेलकूद सांस्कृतिक गतिविधियों और कैरियर मार्गदर्शन की सुविधा भी होती है। और ऐसे में एक सुनहरा भविष्य की कल्पना करते हुए पालक अपने बच्चों को आदर्श विद्यालय भेजती हैं। हुई घटना से विद्यालय में रहने वाली छात्राओं के मन में डर है वह असुरक्षित महसूस कर रहे हैं पालक घटनाक्रम से काफी चिंतित हैं। आवासीय विद्यालय में बिजली व मैदान संताली कारण की भी समस्या है जिसको प्रशासन सब मौजूद होकर दूर करने में लगीं है।
सहायक आयुक्त लोकेश्वर पटेल अपने कर्मचारियों से रहे विवाद मे
जिला बलौदाबाजार भाटापारा के आदिवासी विकास विभाग के कर्मचारी द्वारा पुलिस अधीक्षक बलौदाबाजार भाटापारा को लिखित में आवेदन दिया है शिकायतकर्ता ने आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त लोकेश्वर पटेल सहित दो अन्य कर्मचारी पर सामाजिक दुर्भाव का आरोप लगाया है शिकायतकर्ता ने अपने आवेदन मे लिखा है कि उक्त अधिकारी एवं अन्य कर्मचारी द्वारा जातिगत गाली गलौच करते आ रहे और तुम्हारा वर्ग नीच है तुम हमारे साथ कार्य करने के लायक नहीं हो करके प्रताडि़त करते आ रहे है। जिसकी शिकायत उन्हें के कर्मचारियों ने पुलिस विभाग से किया है जिसकी जांच अभी जारी है आदिवासी विभाग के कर्मचारी बताते है कि विभाग में छोटे से छोटे मामले मे विवाद चलती रहती है कभी छात्रावास को लेके तो कर्मचारियों को लेके इसके साथ ही साथ बलौदाबाजार भाटापारा जिले इस विभाग में भ्रष्टाचार का अटूट सम्बन्ध है जो जग जाहिर है इससे पूर्व में रहे दो सहायक आयुक्त जो भ्रष्टाचार के मामले मे निलंबित हो चुके है। इसके साथ ही सूत्र बलौदा बाजार आगजनी की घटना को लेकर खाने पीने का व्यवस्था इन्होंने ही किया था। इन सभी पहलुओं से यह तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि शिक्षक से लेकर अधिकारी तक इस घटनाक्रम को दबाने का पूरा कर प्रयास करती दिखाई पड़ रही है अब देखना यह होगा की छत्तीसगढ़ सरकार शिक्षक से लेकर कहां तक कार्यवाही करती हैं क्या सरकार या प्रशासन पालक व छात्रों का विश्वास वापस ला पाएगी।
* अभी प्रशासन को हमने अल्टीमेटम दिया है संबंधितों के ऊपर में यदि कार्यवाही नहीं होती तो बड़ा आंदोलन सर्व आदिवासी समाज के द्वारा किया जाएगा।
भूपेंद्र ध्रुवंशी जिला अध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज
* कल सयुक्त रूप से बच्चे पालकगण और प्रशासन की बैठक हुई है अभी मुलभुत सुविधा का कार्य कराया जा रहा है बच्चे पडऩे जा रहे हैं।
राम रतन दुबे,अनुविभागीय अधिकारी (रा.) गिरौधपुरी