जोहार छत्तीसगढ़-लैलूंगा।
लैलूंगा विकास खण्ड के ग्राम पंचायत हीरापुर में ग्रामीणों को मुलभूत सुविधा नहीं मिल रहा है। शासन से मिलने वाली मुलभूत सुविधा में सरपंच-सचिव डाका डाल रहे हैं। सरपंच द्वारा सीसी रोड में काम करने वाले मजदूरों को मजदूरी नहीं दिया गया है, ग्रामीणों ने बताया कि हमारे द्वारा सड़क निर्माण में मजदूरी का काम किया गया था, लेकिन हम लोगों को आज तक मजदूरी नहीं मिला है, सरपंच के पास मजदूरी मांगने पर अभी नहीं बात में मिलेगा बोलते हैं। सरपंच शिकारी से इस संबंध में पूछने पर कुछ भी नहीं बोला। हीरापुर पंचायत के सरपंच ने ऐसा कई कारनामा किया है कि बिना काम कराए ही लाखो को शासकीय राशि का आहरण कर लिया गया है। हीरापुर गांव में शिकारी जाति के लोग निवासरत करते हैं लेकिन सरपंच ने अपने ही लोगों को किसी प्रकार का सुविधा नहीं दे रहे हैं। आप चित्र में देख सकते हैं कि शिकारी समुदाय के लोग आज भी बत से बत्तर जिंदगी जी रहे हैं। सरकार द्वारा हर सर को छत मिले इसके लिए आवास योजना शुरू किया गया है लेकिन हीरापुर पंचायत में इसका लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है। सरपंच शिकारी का आलीशान महल देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इसके ही समुदाय के लोग आज भी किस हालात में जी रहे हैं।
सरपंच रहते महल में ग्रामीण रहते झोपड़ी में
ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच बनने से पहले हम लोगों के जैसे ही घर था सरपंच शिकारी का लेकिन सरपंच बनने के बाद नहीं पता कि ऐसा क्या हुआ कि हमारे सरपंच महल में रहने लगे और हम लोग पहले जैसे थे वैसे ही रह रहे हैं, सरपंच तो घर बना लिए लेकिन हम लोगों का घर नहीं बन रहा है, सरपंच से आवास के बारे में पूछने पर बोलते है बाद में बनेगा, मैं हूं ना सबका घर बना दूंगा लेकिन हम लोगों का घर नहीं बन रहा है। आप चित्र में देख सकते हैं सरपंच शिकार का घर और दूसरी ओर उनके ही गांव के ग्रामीण झोपड़ीनुमा घर में अपने परिवार लेकर निवास कर रहे ग्रामीण।
आगे और बतायेंगे इनकी भ्रष्टाचार की कहानी पढ़ते रहिए जोहार छत्तीसगढ़!