जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
रायगढ़ कलेक्टर के सख्त निर्देश के बाद भी सड़कों पर ओवरलोड फ्लाईएश वाहनों पर धरमजयगढ़ के स्थानीय प्रशासन कार्यवाही नहीं कर रहे हैं। कार्यवाही नहीं होने के कारण लापरवाही एवं तेज गति से नगर के भीतर भी फ्लाईएश वाहने चल रही है। हम आपको बता दे कि तेज रफ्तार एवं ओवर लोड को लेकर सत्ता पक्ष से लोगों ने चक्का जाम किया था। जिस पर तहसीलदार एवं पुलिस मिलकर चलान की कार्यवाही करते हुए समझाईश देकर छोड़ दिया गया था। लेकिन फ्लाईएश वाहनों के चालकों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा और फिर ओवरलोड एवं तेज रफ्तार से वाहनों का सड़कों पर दौड़ रहा है। सर्व आदिवासी समाज द्वारा फ्लाईएश वाहनों को लेकर चक्का जाम करने की चेतावनी के बाद रायगढ़ यातायत एवं धरमजयगढ़ पुलिस द्वारा ओवरलोड एवं तेज रफ्तार फ्लाईएश वाहनों पर कार्यवाही किया गया था लेकिन इसके बाद भी इनके रफ्तार में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं आ रही है।
फ्लाईएश वाहनों की रफ्तार से स्कूली बच्चों की जान खतरे में
फ्लाईएश वाहनों के रफ्तार में स्थानीय प्रशासन लगाम लगने में अगर सफल नहीं हुआ तो कभी भी बड़ी दुर्घटना घट सकती है। अगर देखा जाये तो इन दिनों स्कूल के समय हजारों की संख्या में स्कूली बच्चे इसी सड़क से स्कूल जाते हैं और बच्चों को सबसे अधिक खतरा बना रहता है कि स्कूल के समय में फ्लाईएश की वाहन बेलगाम होकर सड़कों में दौड़ता रहता है। स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि ऐसे वाहनों पर कार्यवाही करते हुए उनके रफ्तार पर रोक लगाये ताकि किसी प्रकार की कोई दुर्घटना ना घट सके।
बेलगाम फ्लाईएश वाहनों के चलते 31 जुलाई से रायगढ़ रोड जाम
विडंबना देखिए कि हर दिन सैकड़ों फ्लाईएश वाहन चलने के कारण नागदरहा और कोसमघाट के बीच बन रहे पुलिया के पास का परिवर्तित मार्ग का हाल बेहाल हो गया है। हम आपको बता दे कि मुख्य मार्ग जाम को 1-2 दिन नहीं ये जाम 31 जुलाई शाम से है कभी 2-4 घंटे के लिए खुल जाये तो बहुत है। लंबे समय से मुख्य सड़क जाम होने के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्रवासियों की परेशानियों को देखते हुए लोक निर्माण विभाग के सब इंजीनियर खुटे ने खड़े होकर निर्माणाधीन पुलिया के उपर से एक सड़क का निर्माण किया गया है ताकि छोटी गाडिय़ां एवं बस का आना जाना हो सके। लेकिन इस पर भी ओवर लोड फ्लाई एश वाहने आवगमन कर रहे हैं जिसके कारण सड़क जाम हो रहा है। और जब इंजीनियर खुंटे ने फ्लाईएश वाहन चालकों को रोकने की कोशिश की तो इंजीनियर को ही गाली गलौज करने लगे। अब आप सोच सकते हैं कि कार्यवाही नहीं होने के कारण इनके हौसले कितना बुलंद हंै, जो एक ड्यूटीरत कर्मचारी के साथ गाली-गलौज कर रहे हैं।