छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिले के जिला मुख्यालय जांजगीर में यात्रियों की सुविधा के लिए खोले गए प्रीपेड ऑटो बूथ अब शो पीस बनकर रह गए है. डेढ़ साल पहले पूर्व भाजपा सांसद ने रेलवे स्टेशन और कचहरी चौक में प्रीपेड आटो बूथ का शुभारंभ किया था. इन बूथों के संचालन की जिम्मेदारी यातायात विभाग को दी गई. शुरुआती दौर में कुछ दिनों तक दोनों बूथ में यातायात शाखा के सिपाहियों को तैनात किया गया और बूथ का संचालन भी हुआ. लेकिन पिछले साल भर से इस प्रीपेड ऑटो बूथ में ताला लटका हुआ है. इस वजह से प्रीपेड ऑटो बूथ की सेवा का लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है. मालूम हो कि जिला मुख्यालय होने के नाते प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोगों का आना-जाना होता है. ऐसे में ऑटो चालक यात्रियों से मनमाना किराया वसूल रहे है. सफर करने वालों को मजबूरन अधिक किराया चुकाकर ऑटो में सफर करना पड़ रहा है.
अधिकारी कह रहे ये बात
प्रीपेड ऑटो बूथ खोलने की मुख्य मंशा ऑटो वालों की मनमानी पर लगाम लगाते हुए यात्रियों को सुविधा दिलाना था. प्रीपेड बूथ में दूरी के हिसाब से तय किराया राशि का ही यात्री को टिकट कटवाना होता है. ऐसे में ऑटो चालक यात्रियों से मनमाना किराया नहीं वसूल सकते थे. लेकिन यातायात विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता के कारण साल भर से प्री पेड ऑटो बूथ में ताला लटक रहा है. इस पूरे मामले में यातायात विभाग के उप पुलिस अधिक्षक एसएस परिहार का कहना है कि फिलहाल हमारे पास बल की कमी है. पुलिस अधिकक्षक से इस मामले में बात की गई है. कुछ बल होम गार्ड से भी मिल सकता है. बल मिलते ही प्रीपेड ऑटो बूथ को खोल लिया जाएगा.