छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के सुपेला पुलिस थाना क्षेत्र में एक महिला ने
अपने ससुराल पक्ष के लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. महिला
का आरोप है कि वह अपनी बीमार बहन को देखने के लिए रायपुर गई थी. इसी दौरान
उनकी बहन के देवर ने परिवार वालों के साथ मिलकर आर्य समाज मंदिर में उनसे
जबरन शादी कर ली. इसके बाद वे उसे अपने साथ घर ले गए. महिला की शिकायत के
अनुसार, ससुराल में भी पति, सास, ससुर, जेठ आदि ने मिलकर उन्हें प्रताड़ित
करना शुरू कर दिया.
शिकायतकर्ता महिला मायके आने के बाद आरोपियों के खिलाफ महिला थाने में
शिकायत दर्ज कराई. मामले की जांच के बाद पुलिस ने पांचों आरोपियों के खिलाफ
मामला दर्ज कर लिया है. महिला थाना प्रभारी योगिता खापर्डे ने बताया कि
हथखोज पारा उतई निवासी महिला ने पति सरोरा (रायपुर) निवासी डोमेस उर्फ पंकज
वैष्णव, ससुर दामोदर वैष्णव, सास अंजनी वैष्णव, जेठ अरुण वैष्णव और डेढ़सास
रेखा वैष्णव के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.
इस तरह फंसाया जाल में
पुलिस के मुताबिक, महिला की बुआ की बेटी के पति और उसके जेठ अरुण वैष्णव ने
23 मार्च 2018 को उन्हें बताया कि उनकी बहन अस्पताल में भर्ती है. वह
उसकी देखरेख के लिए रायपुर आ जाए. महिला जब रायपुर पहुंची तो 24 मार्च 2018
को डोमेस उर्फ पंकज वैष्णव उसे अपने साथ लेकर अपने मामा के घर सारा गांव
(रायपुर) चला गया. वहां दो दिन रखने के बाद 26 मार्च को आरोपी डोमेस
वैष्णव, उसका पिता दामोदर वैष्णव, मां अंजनी वैष्णव, जेठ अरुण वैष्णव और
डेढ़सास रेखा वैष्णव सहित परिवार के अन्य लोग उनको लेकर मरहीमाता आर्य समाज
मंदिर ले गए. महिला का आरोप है कि वहां आरोपियों ने जबरन उनकी शादी डोमेस
से करा दी. इसकी जानकारी उनके परिवार वालों को भी नहीं दी गई.
दहेज की भी मांग
शिकायतकर्ता महिला का आरोप है कि शादी की जानकारी उनके परिजनों को भी नहीं
दी गई थी. शादी के बाद आरोपी उन्हें सरोरा ले गए. वहां पर आरोपितों ने
प्रार्थिया से मारपीट शुरू कर दी और पांच लाख रुपये लाने के लिए उस पर दबाव
बनाने लगे. महिला किसी तरह आगरा पहुंची, लेकिन आरोपी उन्हें फिर से अपने
साथ ले गए. 7 जनवरी 2019 को आरोपी कथित तौर पर महिला को लेकर रायपुर कोर्ट
गए और वहां पर एक स्टांप पेपर में हस्ताक्षर करवाने के बाद तलाक की जानकारी
दी. इसके बाद आरोपियों ने महिला को बस स्टैंड ले जाकर छोड़ दिया.