जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
धरमजयगढ़ क्षेत्र में बड़े ही जोर शोर से सड़क निर्माण का कार्य चल रहा है, हर तरफ निर्माण कार्य चल रहा है, छत्तीसगढ़ में सरकार बदलते ही विकास कार्यों में तेजी देखने को मिल रहा है। कांग्रेस शासन काल में मानों धरमजयगढ़ को किसी की बूरी नजर लग गई थी, क्योंकि धरमजयगढ़ की सड़कों का हाल तो ऐसा था कि जान हथेली पे रखकर चलना पड़ता था। लेकिन सरकार बदलते ही सड़कों की दिशा दशा बदलने लगा है। खरसिया से पत्थलगावं तक की सड़क बनाने का काम भी जोरों से चल रहा है, और इस सड़क निर्माण का कार्य विनायक कंपनी द्वारा किया जा रहा है, सड़क निर्माण का कार्य और तेजी से कंपनी वालों को करना चाहिए ताकि बरसात से पहले निर्माण पूरा हो सके क्योंकि बरसात आने अब कुछ ही दिन बचा गये हंै। धरमजयगढ़ क्षेत्र में और भी कई कंपनी सड़क निर्माण का कार्य कर रहे हैं लेकिन निर्माण कंपनियों द्वारा शासन को चूना लगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। धरमजयगढ़ क्षेत्र से हर रोज सैकड़ों ट्रक गिट्टी, रेत, बड़े-बड़े पत्थर की डूलाई की जा रही है बिना रायल्टी के इन कंपनी वालों की मनमानी के आगे सब नतमस्तक हो बैंठे हैं आखिर क्यों? धरमजयगढ़ के जंगलों से हर रोज कई-कई ट्रक बड़े-बड़े पत्थरों का परिवाहन हो रहा है लेकिन इन पर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही न तो स्थानीय प्रशासन कर रही है और ना ही वन विभाग सब चूप चाप बैंठकर तमाशा देख रहे हैं और शासन को लाखों करोड़ों का राजस्व क्षति पहुंचाने में मदद कर रहे हैं।
विनायक पर ही कार्यवाही क्यों?
धरमजयगढ़ में रायल्टी चोरी का मामला आम हो रखा है हर दिन सैकड़ों से ट्रक अधिक गिट्टी की जरूरत सड़क निर्माण में हो रहा है, और धरमजयगढ़ के सड़क निर्माण में लग रहे सारे गिट्टी बिना रायल्टी के परिवाहन हो रहे हैं लेकिन ना तो इस पर स्थानीय प्रशासन कार्यवाही करती है और न ही खनिज विभाग? कभी कभार दिखावे के लिए ये लोग कार्यवाही करते भी हैं तो सिर्फ विनायक वालों पर ही करते हैं आखिर ऐसा क्यों? अभी हाल ही में खनिज विभाग धरमजयगढ़ में चेकिंग अभियान चलाया है और इसबार भी विनायक कंपनी का ही 5 ट्रक बिना रायल्टी के गिट्टी लोड़ पकड़ाया है। जब कि खनिज विभाग के अधिकारियों के सामने से और भी कई ट्रक गिट्टी रेत परिवाहन होत रहे लेकिन उन पर कार्यवाही नहीं किया गया आखिर क्यों? क्या कारण है कि उनसे सिर्फ पूछताछ करके ही छोड़ दिया गया कही दाल में कुछ काला तो नहीं है? सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार रायगढ़ से खनिज विभाग की टीम सुबह-सुबह धरमजयगढ़ पहुंच गये थे लेेकिन दिन भर में खनिज के अधिकारियों को सिर्फ विनायक कंपनी का ही गाड़ी बिना रायल्टी के मिलना कई सवाल को जन्म दे रहा है? क्योंकि दिन रात धरमजयगढ़ क्षेत्र से सैकड़ों के तदत पर बिना रायल्टी के रेत, गिट्टी, बड़े-बड़े पत्थर परिवाहन हो रहे हैं। पर इन गाडिय़ां खनिज विभाग के अधिकारियों को क्यों दिखाई नहीं दिया ये सबसे बड़ा सवाल है। अब सवाल उठता है कि अधिकारियों द्वारा बिना रायल्टी के बिना अनुमति के गिट्टी, पत्थर परिवाहन करने वाले दूसरे कंपनियों पर कार्यवाही क्यों नहीं करते, इस सवाल का जवाब तो खनिज विभाग के अधिकारी ही दे सकते हैं।