जोहार छत्तीसगढ़-रायगढ़।
लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी लगभग पूर्ण हो चुकी है। निर्वाचन आयोग द्वारा कर्मचारियों का पुरे तीन चरण का प्रशिक्षण पूर्ण करा लिया गया है। विगत विधानसभा चुनाव से महिलाओं कि ड्यूटी भी लगायी जा रही है। महिला कर्मचारी भी पूरी निष्ठा के साथ अपनी ड्यूटी निभा रही हैं। विगत चुनाव में दूधमूही बच्चों की माताएं चुनाव कार्य से मुक्त थीं किन्तु दिलचस्प ये है कि इस बार 2 वर्ष से कम बच्चों की माताओं को भी चुनाव ड्यूटी लगायी गयी है। शिशुवती माता कर्मचारियों को चुनाव कार्य से मुक्त रखने जिला निर्वाचन द्वारा सभी विभाग से 2 वर्ष से कम आयु के बच्चों की माताओं से बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र के साथ शिशुवती होने की जानकारी मंगाया गया था। फलस्वरूप शिशुवती माता कर्मचारी प्रथम चरण के चुनाव प्रशिक्षण से मुक्त थी। किंतु एकाएक दूसरे, तीसरे चरण का प्रशिक्षण व अंतिम चुनाव ड्यूटी का आदेश पाकर शिशुवती व अन्य गंभीर समस्या से पीडि़त कर्मचारी जिन्होंने पूर्व में चुनाव कार्य से मुक्त होने का आवेदन दिया था परेशान हैं। अधिक संख्या में महिला कर्मचारी शिक्षा विभाग में कार्यरत हैं।
शिशुवती माता कर्मचारी कोई 6 माह के बच्चे साथ, तो कोई 2 वर्ष के जुड़वा बच्चों के साथ कैसे चुनाव चुनाव ड्यूटी करेंगी, ये बात शिशुवती माता कर्मचारी के लिए चुनौती है। द्वितीय प्रशिक्षण 26 अप्रैल 2024 को प्रशिक्षण में उपस्थित होकर शिशुवती माताएं चुनाव कार्य से मुक्ति हेतु दूधमुहे बच्चों के साथ जिला निर्वाचन शाखा प्रभारी के समक्ष कार्यमुक्त हेतु आवेदन प्रस्तुत किया है। जिसमें निर्वाचन शाखा प्रभारी द्वारा मुक्त करने योग्य मार्क किया गया है। किन्तु एक सप्ताह बीत गए आज तक कार्यमुक्ति आदेश जारी नहीं हुआ है। लैलूंगा से 80 किलो मीटर दूर से भीषण गर्मी में शिशुवती माताएं कार्यमुक्ति आदेश का इंतजार करते-करते इस आशा में दोनों प्रशिक्षण पूर्ण कर लिए कि छोटे छोटे बच्चों के साथ ड्यूटी करने की परिस्थिति को देखते हुए कार्यमुक्त हो जायेंगे। दूधमुहे बच्चों के साथ प्रशिक्षण तो पूर्ण कर लिए। प्रशिक्षण पूर्ण करना ट्रेलर है चुनाव के दिन पुरे 12 घंटे दूधमुहे बच्चों को माताओं से दूर रखना किसी पिक्चर से कम नहीं है। किसी निर्वाचन कार्य के लिए कर्मचारियों की कमी नहीं है बहुत से स्वस्थ महिला कर्मचारी अभी भी चुनाव कार्य से मुक्त हैं। कार्यमुक्त हेतु आवेदन तो दे दिए हैं अब देखना ये है कि शिशुवती महिलाओं को मुक्त कर अन्य कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी कि नहीं। चुनाव की तारीख सिर्फ एक दिन शेष होने के बावजूद कार्यमुक्ति आदेश जारी नहीं हो पाया है। एक ओर चुनाव जैसे महत्वपूर्ण कार्य दूसरी ओर 6 माह से 2 वर्ष के बच्चों के साथ ड्यूटी करना महिला कर्मचारियों के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं है।