रायपुर। बिरनपुर में हुए सांप्रदायिक हिंसा की CBI जांच शुरू हो गयी है। आज CBI की टीम छत्तीसगढ़ पहुंच गयी है। अब से कुछ देर पहले करीब 2.30 बजे CBI के अधिकारियों की टीम रायपुर एयरपोर्ट पहुंची और फिर वहां से टीम सीधे बिरनपुर के लिए रवाना हो गयी। आपको बता दें कि साजा के विधायक ईश्वर साहू ने विधानसभा में बिरनपुर में हुई हिंसा की CBI जांच की मांग की थी, जिसके बाद विष्णु देव कैबिनेट में सीबीआई जांच का निर्णय लिया गया था। छत्तीसगढ़ सरकार की सहमति के आधार पर भारत सरकार ने CBI जांच की अधिसूचना जारी की थी। CBI ने इस मामले में FIR दर्ज कर 12 लोगों को आरोपी बनाया था। इस मामलें में स्थानीय स्तर पर पहले ही मामला दर्ज किया गया था। अब पूरे मामले को CBI टेकओवर करेगी और जांच शुरू करेगी।
क्या था बिरनपुर मामला
8 अप्रैल 2023 को बिरनपुर गांव में दो बच्चों के बीच हुए विवाद देखते ही देखते दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प में तब्दील हो गया और इसमें गांव के युवक भुवनेश्वर साहू की हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद विश्व हिन्दू परिषद ने 10 अप्रैल को छत्तीसगढ़ बंद का आव्हान किया, जिससे यह मामला और गरमा गया। बिरनपुर गांव में आगजनी की भी घटना हुई। इस घटना के ठीक तीन दिन बाद 11 अप्रैल को बिरनपुर गांव के ही दो और लोगों के शव बिरनपुर खार में मिले। उसी समय बिरनपुर हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग उठी थी। तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग को खारिज करते हुए पुलिस से जांच का आश्वासन दिया था।
विधानसभा चुनाव में भी मामला गरमाया था
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दौरान भी यह मामला काफी गरमाया हुआ था। भारतीय जनता पार्टी और विभिन्न हिन्दू संगठनों ने इस मामले की सीबीआई जांच कराने को लेकर धरना प्रदर्शन और आंदोलन भी किया था। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की केबिनेट ने बिरनपुर हत्याकांड की गंभीरता और जनभावना को देखते हुए इसकी सीबीआई जांच कराने का निर्णय लिया था। छत्तीसगढ़ सरकार की सहमति के बाद केन्द्र सरकार ने इस मामले को सीबीआई को सुपुर्द कर दिया है। यहां यह उल्लेखनीय है कि बिरनपुर में दो समुदायों के बीच हुई झड़प में विधायक ईश्वर साहू के पुत्र भुवनेश्वर साहू की हत्या हुई थी।