जोहार छत्तीसगढ़-बेमेतरा।
धान की उठाओ की समस्या को लेकर धान खरीदी प्रबंधक व प्रभारी धान उठाओ की समस्याओं से जूझ रहे हैं धान खरीदी केंद्र के प्रबंधक व प्रभारियों को प्रशासन की सिर्फ आश्वासन के भरोसे पर यह समस्या बनी हुई हैं कि धान खरीदी केंद्र में धान की उठाओ नही होने से प्रबंधक व प्रभारियों की दांतों तले उंगलियां दबाने में मजबूर हो जा रहे हैं, जिला बेमेतरा के प्रबंधक व प्रभारियों के द्वारा कलेक्टर व मुख्यकार्यापालन अधिकारी व विपणन अधिकारी व जिला खाद्यअधिकारी व उप आयुक्त सहकारी संस्थाएं को विज्ञापन सौंपकर समिति प्रबंधक ने बताया कि धान की उठाओ लगातार तेज किया जाये। एक तरफ सरकार के द्वारा धान की खरीदी के टारगेट को पूरा किया गया हैं तो दूसरी तरफ उठाओ की गम्भीर समस्या बनी हुई हैं, लेकिन इससे शासन प्रशासन को कोई फर्क नही पड़ रहा हैं यही वजह है कि वारदानों की सुखत में कमी और धान की बर्बादी हो रही हैं जिससे धान का उठाव नहीं होने पर धान में साटेज आना चालू हो गये जिसमें प्रबंधक एवं प्रभारियों के द्वारा शासन प्रशासन की प्रति गुस्सा व्यक्त कर रहे हैं। वहीं जिला बेमेतरा के प्रबंधक का कहना है कि यदि धान उठाओ नही होती हैं तो उसका जवाबदारी कौन लेगा। लेकिन धान मंडियो में उठाओ को लेकर ही कई तरह से परेशानियां खड़ी हो जाती है यदि को देख रेख रखरखाव में किसी भी प्रकार का आनिमित्त पाई जाती है तो प्रशासन के अधिकारियों द्वारा फटकार लगाने से पीछे नहीं हटते हैं, लेकिन धान के उठाओ नहीं होने से जिला बेमेतरा में गंभीर समस्या बनी हुई है यदि जल्द से जल्द इसका उठाओ नहीं किया जाएगा तो जिला बेमेतरा के पूरे समिति प्रबंधक व प्रभारी के द्वारा हड़ताल की जाएगी जिसकी जवाबदारी शासन प्रशासन होगी।
प्रबंधक एवं प्रभारी का कहना
धान खरीदी केंद्रों में धान की नुकसान लगातार हो रही है तो वही छोटे मोटे चूहे जीव जंतुओं के द्वारा बरदानों को चूहें के द्वारा काटने फटने से कोई भी यंत्र व उपाय कम में नहीं आ रहीं हैं वही बारदानों को चूहा काटने से धान प्रबंधक प्रभारी के सर पर मानों बड़ा पहाड़ लगा हो।