जोहार छत्तीसगढ़ – रायगढ़।
- राजधानी रायपुर के ह्रदय स्थल में 19 एकड़ में बनाए गए ऑक्सी जोन को तात्कालिक कलेक्टर एवं वर्तमान रायगढ़ विधायक वित्त मंत्री ओपी चौधरी की दृढ़ इच्छा शक्ति का परिणाम माना जा सकता है। प्रदूषण दूर करने के लिए बनाया गया ऑक्सी जोन अपरोक्ष रूप से स्वास्थ्य और धर्म की बुनियाद भी मजबूत कर रहा है। ऑक्सीजोन बनाने के दौरान ओपी चौधरी के निर्णय का पुरजोर विरोध करने वाले ही आज उनके तारिफो के पुल बांध रहे है। राजधानी रायपुर शहर के मध्य जब 20 एकड़ क्षेत्र में ऑक्सीजोन के निर्माण के लिए खालसा स्कूल के सामने की 70 दुकानें तोड़ी गई थी। तब व्यापारि स्थानीय प्रशासन के निर्णय पर अच्छे खासे आक्रोशित हो गए थे। व्यापारियों ने पर्यावरण संरक्षण मंडल, नगर निगम आयुक्त व कलक्टर रायपुर से पूछा दुकानों के टूटने के बाद ऑक्सीजोन का प्रदूषण लेबल कितना कम हुआ। बतौर कलेक्टर ओपी चौधरी राजधानी के मध्य 20 एकड़ में 250 लोगो को विस्थापित करते हुए 70 दुकानें तोड़ने का अटल निर्णय ले चुके थे। स्वाभाविक और प्रत्याशित तरीके से इसका विरोध भी हुआ लेकिन विवेकशील व्यक्ति विरोध से भयभीत होकर अपना निर्णय नही बदलते । कलेक्टर रहे ओपी चौधरी की यह सोच रही कि स्मार्ट सिटी के अनुरूप रायपुर शहर को हरा-भरा बनाने के लिए यह ऑक्सीजोन बनाया जाए। शहर के बीचोबीच इसके बनने से लोग यहां प्रकृति के साथ ही वॉकिंग, जॉगिंग, योगा, मेडिटेशन आदि का लाभ ले सकेंगे । वन विभाग द्वारा करीब 19 एकड़ में इसका निर्माण किया। ऑक्सीजोन में अलग-अलग प्रजाति के करीब 3 हजार पौधे लगाए गए है। इसमें ऐसे पेड़ लगाए गए है जिनसे अधिक मात्रा में ऑक्सीजन उत्सर्जित हो राजीव है। 71 सरकारी 45 निजी मकानों को तोड़ने का कार्य अंगद का पैर हिलाने की तरह था। ओपी चौधरी हनुमान जी के मैनेजमेंट की तरह कार्य करने में विश्वास रखते है । लंका में सीता जी राम जी का संदेश देने गए हनुमान जी ने पहले रावण को उकसाया फिर रावण का कपड़ा और रावण का तेल लेकर रावण की लंका में आग लगा कर सीता को छुड़ाने भगवान राम का संदेश पहुंचाया साथ साथ लंकापति को यह संदेश दिया कि राम के छोटे से दूत में कितनी शक्ति है। ऑक्सीजोन के निर्माण के दौरान ओपी चौधरी ने पूर्व से निर्मित हनुमान मंदिर में तोड़फोड़ नहीं की । भाजपा हनुमान पाठ के जरिए राम भक्ति का अलख जगाने के लिये वर्षों से प्रयास करती रही लेकिन लेकिन ओपी चौधरी के एक निर्णय ने न केवल इस ऑक्सीजोन को पूरे शहर वासियों के लिए अनमोल धरोहर बना दिया बल्कि यहां प्रति मंगलवार एवम शनिवार को हनुमान मंदिर में हनुमान चालीसा के पाठ के दौरान सैकड़ों लोगों की स्वत: स्फूर्त भीड़ धार्मिक आस्था को भी मजबूत कर रही हैं। सैकड़ों लोग एकत्र होकर भक्ति भाव से हनुमान चालीसा का पाठ करते है। रायपुर वेलफेयर फाऊंन डेशन समिति के संस्थापक चतुर्भुज अग्रवाल एवम अध्यक्ष रमेश अग्रवाल इस मंदिर की देखरेख के अलावा सेवा के बहुत से कार्य संचालित कर रहे है। वही इस आक्सिजोन में निरंतर योग सिखाने का अहम कार्य दुबे जी एवम नवीन जी बखूबी से कर रहे है। नवीन ने बताया यह ऑक्सीजोन शहर वासियों के लिए अमूल्य धरोहर है और प्रति मंगलवार शनिवार को हनुमान चालीसा के लिए स्वत:स्फूर्त भीड़ एकत्र जो जाती है। यह ऑक्सी जोन स्वास्थ्य व धर्म रक्षा का मजबूत मंच बन चुका हैं। वही दुबे जी का मानना है ओपी चौधरी के दृढ़ संकल्प शक्ति का यह परिमाण है कि शहर के मध्य इतना बड़ा आक्सीजोन बन पाया है। बढ़ते प्रदूषण के मध्य शुद्ध हवा तलाशना दिनो दिनो कठिन होता जा रहा है। ऐसे में यह ऑक्सी जोन रायपुर वासियों के लिए अनमोल धरोहर साबित हो रहा है इस कार्य हेतु दुबे जी ने ओपी चौधरी के इच्छा शक्ति का स्मरण किया । रायगढ़ विधायक बनने के बाद उन्हें वित्त मंत्री बनाए जाने से प्रदेश स्तर पर इस तरह से ऑक्सीजोन बनाए जाने की आवश्यकता जताई। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शहर के हृदय स्थल पर करीब 19 एकड़ जमीन पर निर्मित ऑक्सीजोन पूरी तरह से वायरलेस है। विद्युत और संचार की सभी केबलों को अंडरग्राउंड किया गया है। कलेक्टर रहते हुए ओपी चौधरी इस प्रोजेक्ट को समय में पूरा करने के लिए दिन रात एक जुटे रहे। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस ऑक्सी जोन हेतु शहरी विद्युतीकरण योजना से दो करोड़ रुपए की स्वीकृति हासिल की। ऑक्सीजोन निर्माण के प्रथम चरण में ईएसी कॉलोनी स्थित 78 मकानों को तोड़ा गया है। दूसरे चरण में जमीन का समतलीकरण,विद्युत पोलों की शिफ्टिंग, सड़क, नाली और पाथवे का निर्माण तथा चारों तरफ ग्रिल लगाने का काम किया गया। ऑक्सीजोन के बाहर लीनियर पार्किंग के साथ 12 मीटर चौड़ी सीमेन्ट-कांक्रीट की सड़क बनाई गई है। कलेक्टर ओपी चौधरी ने न्यूयॉर्क के सेंट्रल पार्क की तर्ज पर राजधानी रायपुर शहर के बीचो बीच ऑक्सीजोन निर्मित किया है। इस ऑक्सीजोन के निर्माण से शहरवासियों को शहर के बीच हरा-भरा, खुशनुमा, स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण मिल सका । शहर के प्रदूषण को नियंत्रित करने में यह अहम भूमिका निभा रहा है। वन विकास निगम ने सम्मिलित प्रयासों से इस पूरे ऑक्सीजोन को विकसित किया है। 17 करोड़ रुपये की लागत से 19 एकड़ के क्षेत्र में निर्मित ऑक्सीजोन को जंगल का लुक दिया गया है। तीन हजार फलदार, छायादार और जंगली प्रजातियों के पेड़-पौधे लगाए गए हैं। यहां 500 गाड़ियों की लीनियर पार्किंग सुविधा, 12 मीटर की सड़कें हैं। 10 से 12 पैगोड़ा, जहां लोग बैठकर सुंदर नजारा और प्रकृति के सानिध्य में रहने का एहसास कर सकेंगे।
रायगढ़ में चुनाव प्रचार के दौरान कलेक्टर रहते हुए नालंदा परिसर एवम ऑक्सीजोन को अपने कार्यकाल की बड़ी उपलब्धि बताया था। शहर के मध्य 19 एकड़ क्षेत्र में बनाए गए ऑक्सीजोन के लिए जनता आज भी ओपी चौधरी को याद करती है। साहसिक निर्णय के परिणाम दीर्घालिक परिणाम होते है यह बात ऑक्सीजोन को देख कर कही जा सकती है।