जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
खराब सड़के धरमजयगढ़ का मुख्य मुद्दा बन चुका है पर हाल ऐसा है की इसपर किसी का ध्यान नहीं जा रहा। अधिकारियों को जनता के हितों से कोई मतलब नहीं। अगर उन्हें आम जनता की परवाह होती तो तय समय मे टेंडर का काम पूरा हो जाता। कई साल बीत चुके हंै टेंडर खतम होने में मात्र कुछ ही दिन बचे है और सड़क का कार्य ना के बराबर ही हुआ है जो कंपनी इतने सालों में आधा सड़क भी ना बना सकी वह कुछ दिनों में और कितना निर्माण कर पायेगी? सबसे बड़ी पहेली तो इस बात पर है कि इतने सालों से सड़क निर्माण कार्य से संबंधित सरकारी कर्मचारी क्या कर रहे थे उनका ध्यान इस बात पर क्यों नहीं गया की समय बीतता चला जा रहा और निर्माण कार्य लगभग ना के बराबर हुआ है। वर्तमान में भाजपा की नयी सरकार द्वारा कुछ दिनों पहले निर्माण कार्य में देरी करने वालों पर कार्यवाही करने की बाते सामने आ रही थी तब क्या श्रीजी इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड और विनायक कंस्ट्रक्शन इन कंपनियों पर सरकार द्वारा सच में कोई कार्यवाही करेगी या फि र जनता के परेशनी को नजर अंदाज करते हुए इन कंपनी के टेंडर समय सीमा को बढ़ाया जायेगा। अगर समय सीमा बढ़ाया जा रहा तब क्या घटिया सड़क निर्माण कार्य पर कोई कार्यवाही होगी?
सड़क निर्माण को लेकर आर्थिक नाकेबंदी शुरू
ठेकेदार द्वारा किये जा रहा गुणवत्ता विहीन सड़क निर्माण और निर्माण कार्य में हो रहे देरी को लेकर विपक्ष आज धरमजयगढ़ में आर्थिक नाके बंदी शुरू कर दी है।