जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
धरमजयगढ़ विकास खण्ड आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र होने के साथ-साथ हाथी प्रभावित क्षेत्र भी है। आज तक हाथी के हमले से सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है तो वहीं सकड़ों हाथी की मौत भी हो चुका है। हाथी समस्या सबसे अधिक ग्रामीण क्षेत्र के किसानों को उठाना पड़ता है। हाथी किसानों के खेत में लगे हरे भरे फसल को चौपट कर देते हैं, और हाथी से बचे खुचे फसल पर अब चोरों की नजर पड़ चुकी है। आये दिन किसानों के खेत से धान की चोरी होने की खबर सामने आ रही है। शाहपुर के किसान व पूर्व उप सरपंच माधव राम पटेल ने बताया बिजली गुल होने के कारण किसानों के खेत से धान की चोरी हो रही है। बिजली विभाग को बिजली कटौती के बारे में पूछने पर बोलते हैं कि लगातार बिजली करेंट से हाथी की मौत हो रही है जिसके कारण उपर से आदेश है कि हाथी क्षेत्र की बिजली कांटा जाये। हाथी के कारण बिजली विभाग रात-रात भर बिजली गुल कर दे रहे हैं जिसके कारण क्षेत्र में चोरी की घटना बढ़ रही है। बिजली विभाग नगरीय क्षेत्र छोड़ पूरे धरमजयगढ़ का बिजली रात-रात भर के लिए कांट रहे हैं। जो कि ग्रामीणों के साथ साथ किसानों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बिजली विभाग पर कभी फूट सकता ग्रामीणों का गुस्सा?
बिजली विभाग की अघोषित बिजली कटौती से परेशान ग्रामीणों का गुस्सा कभी भी बिजली विभाग के उपर फूट सकता है। हम आपको बता दे कि बिजली विभाग हाथी क बहाने ग्रामीण क्षेत्र को अंधरे में रख रहे हैं। एक समय था जाब हाथी ग्रामीण क्षेत्र में आ जाते थे तब बिजली विभाग जिस गांव में हाथी का आमद होते थे उस गांव की बिजली बंद नहीं करते थे ताकि लोगों को हाथी की हर खरब मिल सके। लेकिन अब ठीक उसका उल्टा हो रहा है, हाथी की खबर आने की जरूरत ही नहीं है हाथी के बहाने ग्रामीण क्षेत्र की बिजली रात भर गोल कर दे रहे हैं। बिजली विभाग की इसी रवैया के कारण आमापाली क्षेत्र के सैकड़ों ग्रामीणों ने लगभग 5 घंटा सड़क जाम कर विरोध किया था तब बिजली विभाग ने बिजली ना काटने की बात कहते हुए बिजली कटौती बंद कर दिया था। लेकिन एक बार फिर बिजली विभाग अपने मनमानी करने पर उतारू हो गये हैं जिससे ग्रामीण आक्रोशित हो रहे हैं और कभी भी बिजली विभाग पर ग्रामीणें का गुस्सा फूटने की आशंका बना रहा है?