जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़। कांग्रेस सरकार छत्तीसगढ़ में बनने के बाद से नेतानुमा ठेकेदारों ने वन विभाग के निर्माण कार्यों में जमकर भ्रष्टाचार किया है। नेतानुमा ठेकेदारों द्वारा लाखों करोड़ों निर्माण कार्य का ठेका लेकर निर्माण कार्य में भारी गड़बड़ झाला करते हुए खुब मालामाल हुए। हम बात कर रहे हैं रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ वन मंडल का, धरमजयगढ़ वन मंडल में विगत पांच सालों में करोड़ों रूपये का निर्माण कार्य करवाया गया, और वन विभाग के अधिकारियों से मिलीभगत कर कांग्रेसी नेताओं ने निर्माण कार्य को अंजाम दिया। वन विभाग द्वारा जिन नेतानुमा ठेकेदार से काम करवाया गया है उनके द्वारा निर्माण या तो अधूरा छोड़ दिया गया है या फिर निर्माण कार्य में भारी भ्रष्टाचार करते हुए घटिया निर्माण किया गया है। और इनकी घटिया निर्माण की खबरे अखबारों में खुब सुर्खियां बटोरी, लेकिन वन विभाग के कोई भी अधिकारी घटिया निर्माण की खबरों को संज्ञान में नहीं लिया और न ही जांच करवाया बल्की घटिया निर्माण करने वाले ठेकेदारों से मिली भगत कर और काम करवाते रहे। धरमजयगढ़ वन मंडल में ऐसे कई काम है जो कांग्रेसी नेतानुमा ठेकेदारों द्वारा अधूरा निर्माण कर छोड़ दिया गया लेकिन वन विभाग उन भ्रष्ट ठेकेदारों पर कोई कार्यवाही नहीं की है जिसके कारण निर्माण अधूरा पड़ा हुआ है। एक बार फिर छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बन गई है, तो क्या वन विभाग के अधिकारियों द्वारा कांग्रेसी नेतानुमा ठेकेदारों से करवाया गया घटिया निर्माण कार्य की जांच करवायेंगे? क्या निर्माण कार्य में लाखों, करोड़ों रूपये का गोलमाल करने वाले अधिकारी-कर्मचारी और घटिया निर्माण कार्य करने वाले कांगे्रसी नेता पर कार्यवाही होगी? विधानसभा चुनाव में भाजपा ने प्रदेश वासियों से वादा किया है कि भ्रष्टाचार करने वालों को छोड़ा नहीं जायेगा तो क्या धरमजयगढ़ वन मंडल में हुए लाखों करोड़ों के गोलमाल की जांच होगी? या फिर कांगे्रस शासन में चल रहे भ्रष्टाचार का खेल, भाजपा शासन में भी चलता रहेगा यह तो आने वाले समय में ही पता चलेगा।