जोर छत्तीसगढ़-बेमेतरा।
गौ माता के नाम पर लोग किस कदर पाप की कमाई कर रहे हैं जिनकी सच्ची तस्वीर यदि देखना हो तो बेमेतरा जिले के बेरला ब्लॉक के अंतर्गत आने वाला ग्राम पंचायत सरदा गांव पर बने गौशाला पर देखा जा सकता है जिनकी स्थिति इतनी दैनी है कि 1 साल में 10 से 12 मवेशियों की मौत और उनको सिर्फ दिखावे के नाम पर उनका संवर्धन करने की बात और सुरक्षा करने की बात करते हैं या पूरा वाक्य यदि उच्च जांच हो जाए तो विभागीय अधिकारी अपनी साफ नियत से वहां की गौवंश की यदि रक्षा के संबंध में या उनके बातों को उठाएं तो बहुत सारे मामले उजागर हो सकते हैं किंतु यहां तो सब लूट कर खाने वाले लोग हैं उसे बेजुबानों की सुनने वाला कोई नहीं उनके दर्द को आखिर कौन है यहां सुनने देखने वाला सिर्फ और सिर्फ लोग गौ माता कहकर उनका शोषण कर रहे हैं उनका शिकार कर रहे हैं उनके मरने पर उनकी खाल खींचकर उनके खाल का कारोबार करने वाले लोग हैं इस दुनिया में सिर्फ और सिर्फ स्वार्थी बन गए हैं और इनका पूरा जिम्मेदार में इंसान के अलावा कोई नहीं और जिम्मेदार जो वह लोग हैं जिनको यह जिम्मेदारी दिया गया है प्रशासन भी ऐसे लोगों को बेधड़क छूट देकर रखी हुई है इनका पूरा जिम्मेदारी प्रशासन को भी जाता है जिनको देखरेख करने के लिए जो जिम्मेदारी दी गई है वह जिम्मेदार लोग दलाल बन बैठे हैं। या कोई मनगढ़ंत नहीं बल्कि सच्ची घटना है जिसे देखकर आपके भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे खुली आसमान के नीचे जब लोग अपने घरों पर ठंड से बचने के लिए क्या-क्या जतन और उपाय नहीं करते वही उसे बेजुबान मवेशियों उनके बच्चों और कमजोर गोवंश की देखरेख के नाम पर सिर्फ खुली आसमान के नीचे रहने के लिए बेबस और लाचार छोड़ दिया जाता है खाने के लिए सिर्फ खानाबदोश की जिंदगी के बाद और पहले दिया जाता है और सिर्फ पानी के भरोसे आखिर कब तक गौ वंश अपना जीवन जी सकते हैं।