जोहार छत्तीसगढ़-रायगढ़।
धरमजयगढ़ वनमंडल क्षेत्र मौजूदा समय में कह सकते हैं अतिकायों से भरा हुआ है। विभागीय जानकारी के मुताबिक पूरे धरमजयगढ़ वनमंडल में कुल 118 हाथी अलग-अलग जगहों पर विचरण कर रहे हैं जो किसी भयावह परिस्थिति से कम नहीं है। लगातार हाथी फ सल व अहाता दीवारों को भोजन की तलाश में निशाना बना रहे हैं। बात करें केवल छाल रेंज की तो करीब 64 हाथी घूम रहे हैं जो प्रभावित ग्रामवासियों के लिए विकट भयावह स्थिति से कम नहीं है हालांकि वहीं विभाग हाथियों पर पूरी नजर रखने की बात कह रही है सही जानकारी बटोरने में ऐड़ी चोटी का जोर लगा दी है। ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना सामने न आए। वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी लगातार हाथियों पर पैनी नजर बनाए हुए है यही नहीं हाथियों का समूह कौन से कंपार्टमेंट से किस जंगल की ओर कूच कर रहे हैं। उस पर लगातार नजर है ताकि लोगों को हाथी से आगाह किया जा सके और इंसान और हाथी के साथ कोई अप्रिय घटना घटित न हो इसके लिए बीटगार्ड समेत स्वयं रेंज अफ सर घने जंगलों की खाक छान रहे हैं ड्रोन कैमरे का सहारा लिया जा रहा है यहां यह बात हास्यस्पद जरूर लगेगा लेकिन शत प्रतिशत सत्य है मौजूदा समय मे छाल रेंज में जितने बीटगार्ड नहीं हैं उससे कहीं ज्यादा हाथियों की संख्या हो गई है बीती रात छाल रेंज अंतर्गत हाथियों के दल से बिछड़ा एक दंतैल हाथी जो थोड़ा आक्रामक है लगातार गांव की ओर भोजन की तलाश में घुसपैठ कर रहा है जिससे कहीं न कहीं क्षेत्रवासियों में दहशत स माहौल देखा जा रहा है। बहरहाल जिस तरह से क्षेत्र में हथियों की मौजूदगी है इससे साफ है लोगों के लिए खतरा बना हुआ है ऐसे में सवाल उठना लाजमी है क्षेत्र में क्या हाथियों की यह भीषण समस्या ऐसे ही अनवरत जारी रहेगी या फिर शासन-प्रशासन इस ओर कोई बेहतर उपाय कर पाने में सफल होगी या समस्या जस की तस रहने वाली है।