जोहार छत्तीसगढ़ धरमजयगढ़। राजनेता विकास की चाहे जीतने दावे कर ले वह इस दिव्यांग बच्चे के सामने महज दिखावा है। क्योंकि यह दिव्यांग वैशाखी के सहारे कई किलोमीटर चलकर स्कूल जाता है। भविष्य गढ़ने के लिए संघर्ष करने वाला यह दिव्यांग बालक योगेश यादव पंडरीओंट सिसरिंगा का निवासी है। जो कक्षा नवमीं का छात्र है। योगेश ने बताया कि वह ट्राई साइकिल के लिए शासन प्रशासन के पास कई बार गुहार लगा चुका है। लेकिन अभी तक उसे कोई सुविधा नहीं मिली है। इस तरह के दिव्यांग बच्चे को किसी प्रकार की सुविधा नहीं मिलना शासन प्रशासन के दावे पर प्रश्न चिन्ह लगाता है। एक तरफ जहां भारत चांद पर पहुंचकर अपनी कामयाबी की इतिहास लिख रहा है तो दूसरी तरफ यह दिव्यांग बालक वैशाखी के सहारे कामयाबी पाने की कोशिश कर रहा है।