जोहार छत्तीसगढ़ धरमजयगढ़।
बीते दिनों रायगढ़ जिले में एक ही दिन में लूटपाट की दो बड़ी वारदात सामने आई। जिसमें सुबह सुबह रायगढ़ स्थित एक्सिस बैंक में 5 करोड़ से ज्यादा रकम की लूट हुई थी। वहीं रात होते होते धरमजयगढ़ में लाखों रूपये लूट की खबर आ गई। पुलिस विभाग रायगढ़ वाले पहले मामले को ही सुलझाने में कड़ी मेहनत कर रही थी। धरमजयगढ़ घटना की जानकारी लगते ही पुलिस के हांथ पांव फूल गए। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंच कर खोजबीन शुरू कर दी। इस घटना के बारे में बताया गया कि पत्थलगांव के दवा व्यवसायी के कर्मचारी बाकारूमा, लैलूंगा, घरघोड़ा, छाल, धरमजयगढ़ के दवाई दुकानों से रूपये वसूली कर पत्थलगांव वापस लौट रहे थे। तभी धरमजयगढ़ से 4 किलोमीटर की दूरी पर इनके बुलेरो के सामने स्कार्पियो चालक ने गाड़ी को अड़ा दिए। जिसके बाद बंदूक दिखाकर इनसे लाखों रूपये लूट लिए। इस दौरान झुमाझटकी में बंदूक से फायरिंग भी हुई। बाद में पुलिस ने गन फायरिंग की बात को खारिज किया। जिसके बाद पुलिस मामले को गंभीरता से लेते हुए लूटपाट करने वालों की पतासाजी में जुट गई। लूट की यह खबर कई प्रतिष्ठित व मुख्य धारा की मीडिया समूह में प्रकाशित भी हुई।
इस गंभीर मामले में अभी तक नहीं हुई एफआईआर
छोटी छोटी चोरी की वारदात को लेकर थाने में एफ आई आर दर्ज होती है। लेकिन लाखों रूपये लूट पर अभी तक एफआईआर क्यों नहीं हुआ। सूत्रों से पता चला है कि दवा व्यवसायी ने एफआईआर करने कोई आवेदन ही नहीं दिया है। तो पुलिस किस आधार पर शिकायत दर्ज करेगी। लेकिन यदि घटना हुआ ही नहीं तो इतनी बड़ी अफवाह क्यों फैलाई गई। यदि घटना हुई तो शिकायत दर्ज क्यों नहीं कराई गई।
क्या कहते हैं गोयल मेडिकल के संचालक
इस मामले में जब गोयल मेडिकल पत्थलगांव के संचालक से फोन पर जानकारी चाही गई तो उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार करते हुए पुलिस से जानकारी लेने की बात कही।
क्या कहते हैं धरमजयगढ़ थाना प्रभारी
इस मामले में जब थाना प्रभारी धरमजयगढ़ प्रशिक्षु डीएसपी अमन लखीसरानी से फोन पर संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि जांच चल रही है जब भी कोई निष्कर्ष निकलेगा तो उसे साझा किया जाएगा।
इतने बड़े मामले में पुलिस बिना शिकायत दर्ज किए जांच कर रही है। वहीं पीड़ित मेडिकल संचालक बिना शिकायत दर्ज कराए चैन की नींद सो रहा है। मामला समझ से परे हो गया है, कि आखिर लूट हुई है या फिर कुछ और है।