जोहार छत्तीसगढ़ धरमजयगढ़।
रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ ब्लॉक के राजस्व विभाग में कई तरह के भ्रष्टाचार हुए हैं। जो दर परत दर सामने आते जा रहा है। आज भी एक बड़ा मामला सामने आया है। जिसमें जमीन नामांतरण का आवेदन निरस्त होने के बाद भी हल्का पटवारी द्वारा के्रता के नाम रिकार्ड में दर्ज कर दिये। जिससे साफ होता है कि यहां पटवारी द्वारा तहसीलदार के आदेश की धज्जियां उड़ाई गई है। मामला कापू तहसील क्षेत्र के पटवारी हल्का नंबर 1 ग्राम रुवाफ ुल की है। जहां 20 दिसंबर एवं 23 दिसंबर 2021 को विक्रेता संतराम पिता रांगीराम की ओर से आम मुख्तयार पदमन कुमार पटेल द्वारा क्रेता डॉ महेंद्र प्रसाद सामल आत्मज गुरुप्रसाद सामल साकिन बिलासपुर की ओर से आम मुख्तयार रोहित कुमार विश्वाल को खसरा नंबर 313 रकबा 1.000 हेक्टेयर, खसरा 313 रकबा 0.450 हे., खसरा 349 रकबा 0.550 हेक्टेयर को विक्रय कर रजिस्ट्री कर दिया गया है। जिसके नामांतरण के लिए क्रेता द्वारा तहसील कार्यालय कापू में आवेदन पेश किया। जिससे प्रकरण दर्ज करते हुए तहसीलदार द्वारा सुनवाई की गई। जिसमें तहसीलदार द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि उपरोक्त भूमि संतराम पिता रांगी राम के नाम पर दर्ज है, जिसे डॉ महेंद्र प्रसाद सामल के पास विक्रय किया गया है। चूंकि विक्रय की गई भूमि वन व्यवस्थापन के तहत पट्टे से प्राप्त भूमि है। इसलिए यह नामांतरण विवादित श्रेणी में आता है। अत: नामांतरण किया जाना उचित प्रतीत नहीं हो रहा है। राजस्व न्यायालय द्वारा आवेदन 20 अप्रैल 2023 को खारिज कर दिया गया। तहसीलदार द्वारा आवेदन निरस्त करने के बाद भी वर्तमान में उक्त भूमि क्रेता डॉ महेंद्र प्रसाद सामल के नाम पर दर्ज है। जिससे साफ हो रहा है कि संबंधित पटवारी बिना आदेश के उक्त भूमि का नामांतरण कर दिया गया है।
वर्तमान पटवारी ने नामांतरण करने से किया इंकार
इस मामले में जब रूवाफु ल के वर्तमान पटवारी हेमकुमारी राठिया से बात की गई तो उन्होंने बताया कि आपके द्वारा बताई गई खसरा नंबर में डॉ महेंद्र प्रसाद सामल का नाम दर्ज है। नामांतरण पंजी में किसके द्वारा नाम दर्ज किया गया इसके बारे में मुझे मालूम नहीं हैं। नामांतरण पंजी में उल्लेख भी नहीं किया गया है कि किसके आदेश से क्रेता डॉ. महेन्द्र सामल का नाम दर्ज किया गया है। मैं मई माह में इस हल्का में आई हूं, मेरे द्वारा नामांतरण नहीं किया गया है।
तहसीलदार नहीं रिसिव किए फोन
इस मामले में जब हमने कापू तहसीलदार उज्जवल पाण्डेय से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने फोन रिसिव नहीं किया बल्कि फोन काट दिया।