जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
ब्लॉक कांग्रेस कमेटी धरमजयगढ़ के अध्यक्ष रितुराज सिंह ठाकुर, युवा कांग्रेस अध्यक्ष ईश्वर साहू, दिलीप सारथी चितेश साहू ने उपक्षेत्रीय प्रबंधक एसईसीएल छाल एवं थाना प्रभारी छाल को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में छाल खुली खदान के एंट्री गेट में रोजाना हो रहे सड़क जाम को सात दिनों में सुधारने की बात कही गई है, साथ ही चेतावनी भी दी है कि यदि सुधार नहीं होता है तो क्षेत्रवासी एसईसीएल के खिलाफ अनिश्चित कालीन आंदोलन करने हेतु बाध्य होंगे। यहां यह बताना लाजमी होगा कि क्षेत्र में एसईसीएल छाल की खुली खदान है जिसकी क्षमता अब 6 मिलयन टन बढ़ा दी गई है। जिसमें रोजाना सैकड़ो वाहन कोयला का परिवहन करते हैं जिससे धरमजयगढ़ से खरसिया मुख्य मार्ग में भारी दबाव रहता है। परन्तु खदान के एंट्री गेट में जल्दी जल्दी घुसने के चक्कर में ट्रेलर ड्राइवर दोनों तरफ बेतरतिब ढंग से दो लाईन बनाकर गाड़ी खड़ी कर देते हैं। जिससे आये दिन धरमजयगढ़ खरसिया मुख्य मार्ग में जाम लग जाता है। और राहगीरों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अब सब से अजीब बात यह है कि एसईसीएल प्रबंधन कभी भी इस समस्या के समाधान के लिए गंभीर नहीं रहती है। और कोई स्थाई समाधान उनके द्वारा आज तक नहीं किया गया है। जबकि स्थानीय जनप्रतिनिधि व क्षेत्रवासी उनसे कई बार गुहार लगा चुके हैं और आंदोलन भी कर चुके हैं। ज्ञातव्य है कि रायगढ़ जिले में एसईसीएल की कई कोयला खदानें संचालित है जिसमें हर वर्ष रिकॉर्ड कोयला उत्पादन होता है। परन्तु जहां भी कोयला की खदाने हैं चाहे वो छाल हो या बरौद, बिजारी, जामपाली, या गारे पेलमा सभी जगहों का हाल बेहाल है। वहां न तो कोई विकास कार्य दिखता है और वहां के सामाजिक आर्थिक उन्नति या लोगों को सुविधाएं देने में एसईसीएल ने कोई भी उल्लेखनीय कार्य नहीं किया है। इसके उलट स्थानीय लोग धूल डस्टए प्रदुषण तथा आये दिन सड़क जाम को झेलने मजबूर हैं, पुरे जिले में कोयला परिवहन में लगे भारी वाहनों से सड़कों का बुरा हाल है ऊपर से आये दिन सड़क दुर्घटना में लोग हताहत हो रहे हैं, लोग भय में जीवन जीने को मजबूर हैं,और उसी का नतीजा है कि लोगों में दिनोंदिन एसईसीएल के प्रति आक्रोश बढ़ता जा रहा है जो कभी भी ज्वालामुखी का रूप ले सकता है। ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रितुराज ठाकुर पहले भी इन समस्याओं के लिए आंदोलन कर चुके हैं और अब आर पार की लड़ाई को तैयार हैं। उन्होंने बताया कि एसईसीएल जल्द ही यदि इस समस्या का समाधान नहीं करती है तो न सिर्फ छाल बल्कि सभी खदानों में अनिश्चित कालीन आंदोलन किया जायेगा।