Home छत्तीसगढ़ खम्भा सहित नया बिजली कनेक्शन चाहते हो तो किसी ठेकेदार से खम्भा...

खम्भा सहित नया बिजली कनेक्शन चाहते हो तो किसी ठेकेदार से खम्भा खरीद गढ़वा सकते हो, ए.ई. पैंकरा ने कहा वह निजी खम्भा है उसे हम जप्त नहीं कर सकते, तो क्या निजी खम्भे में विद्युत सप्लाई दे सकते हैं

218
0


जोहार छत्तीसगढ़-पत्थलगांव।


पत्थलगांव के तीन जगह अवैध रूप से नया खम्भा गाड़ कर बिजली पहुचाये जाने की कोशिश में मामला सुर्खियों पर आने के बाद विद्युत विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश तथा लगातार समाचार छपने के बाद विद्युत मण्डल पत्थलगांव के ए.ई. पैंकरा ने एक ग्राम पलीडीह में जहां तार सहित चार खम्भा गाड़ कर अवैध बिजली पहुचाने का कार्य किया जा रहा था उक्त खम्भा और तार को तो जप्त किया गया किन्तु भाटामुड़ा एवं लाखझार में जहां सिर्फ खम्भा गाड़ा गया है उक्त खम्भा को जप्त नहीं किया गया है को लेकर विद्युत मण्डल पत्थलगांव के ए.ई. पैंकरा से दूरभाष पर पूछा गया तो उनका कहना था कि उनके द्वारा निजी तौर पर खरीदी कर खम्भा गड़वाया गया है। एई पैंकरा के इस जवाब से अब ऐसा लग रहा है कि जिस किसी उपभोक्ताओं को अब विद्युत लाईन खम्भा सहित आवश्यकता हो तो उपभोक्ता किसी ठेकेदार से बिजली खम्भा निजी तौर पर गड़वाकर लाईन के लिये आवेदन कर सकते है। इस प्रकार ए ई के कथन से ऐसा लगता है कि इस प्रकार विद्युत विभाग के बिना नियमत: आदेश बिना टेण्डर के कैसे कोई भी उपभोक्ता बिजली का खम्भा गढ़वा सकता है जिसमे 220 बोल्ट से लेकर 440 बोल्ट तक कि सप्लाई लाईन लेना हो, और ए.ई. पैंकरा जिस प्रकार का जवाब दे रहे है तो फि र विभाग विजली खम्भा गाडऩे के लिये टेण्डर क्यो करती है। मानते हैं कि लाखझार और भाटा मुड़ा में निजी व्यक्ति द्वारा अपने खर्च से खम्भा गाड़ा गया है तो क्या विद्युत विभाग को उक्त खम्भे में यानी पहले से गाड़े गये खम्भे पर बिजली सप्लाई देने का अधिकार है। ऐसी परिस्थिति में फि र टेण्डर की क्या आवश्यकता, टेण्डर किस ठेकेदार को मिलेगा यह विद्युत विभाग के अधिकारी को पहले से कैसे पता कि फ ला उपभोक्ता के यहा का कार्य फ ला ठेकेदार को ही मिलेगा। इससे तो यही महसूस होता है कि ऐसे मामले जरूर कोई न कोई गड़बड़ झाला है। जिसमे भ्रष्टाचार की बू आ रही है। ठेकेदार द्वारा भाटा मुड़ा में गाड़े गये उक्त खम्भा को देखने से ऐसा लग रहा है कि वर्तमान में सड़क किनारे की निजी भूमि पर पूर्व से 440 वोल्ट विद्युत सप्लाई लाईन के खम्भे को निजी भूमि से हटाना है जो उसमें से हटाकर वर्तमान में गाड़े गये नये खम्भे चुप चाप बिना कोई विभाग को राशि जमा किये नये खम्भे से विद्युत सप्लाई देकर पुराने खम्भे को निजी भूमि से उखाड़ दिया जाये जो बिना सांठ-गांठ के हो नहीं सकता। इसी प्रकार लाखझार में निर्माणाधीन निजी हॉस्पिटल के लिये पहले से ठेकेदार के माध्यम से चार खम्भा ट्रांसफ ार्मर खम्भा सहित पूर्व में ही गाड़ दिया गया है जिसमे विभाग और ठेकेदार में सांठ-गांठ कर 440 वोल्ड का सप्लाई देकर चालू कर दिया जायेगा। अब यह देखना होगा कि क्या वास्तव में जिस ठेकेदार ने पहले से बिना टेण्डर लिये खम्भा गाड़ा गया है यदि उक्त खम्भे में ही विद्युत सप्लाई चालू किया जाता है तो यह विभागीय भ्रष्टाचार से ही सम्भव हो सकता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here