धरमजयगढ़-जोहार छत्तीसगढ़।
क्षेत्र में इन दिनों बिना रोक टोक के साथ कुछ खनिज माफि याओं ने खुलकर खनिजों का अवैध उत्खनन किया जा रहा है। और इन खनिज माफि याओं पर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही स्थानीय प्रशासन नहीं कर पा रहे हैं आखिर क्यों? क्या कारण है जो शासन से हर माह मोटा वेतन तो लेते हैं पर काम कुछ माफि याओं के करते हैं?
मांड नदी से खुलकर हो रही अवैध रेत उत्खनन
शासकीय एवं निजी निर्माण के लिए मांड नदी से हर रोज सैकड़ों टेक्टर अवैध रेत का परिवहन किया जा रहा है इन अवैध रेत से शासकीय निर्माण का कार्य भी करवाया जा रहा है जबकि अधिकारियों को मालूम है कि धरमजयगढ़ में रेत खदान प्रशासन द्वारा स्वीकृत किया ही नहीं गया है इसके बाद भी विभागीय अधिकारी इन अवैध रेत खनन पर किसी भी प्रकार की रोक लगाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। इस अवैध रेत परिवहन के कारण हर माह शासन को लाखों राजस्व क्षति हो रही है। इस तरह के अवैध रेत उत्तखनन पर कोर्ट ने भी प्रतिबंध लगा रखा है लेकिन अधिकारी को इससे कोई मतलब नहीं है इनको तो बस अपना काम होने से मतलब है जिसके चलते इस तरह की अवैध उत्खनन पर कोइ रोक नहीं लग पा रहा है।
नगरवासियों ने की कार्यवाही की मांग
जब हमारे द्वारा नगर के कुछ लोगों से इस अवैध उत्खनन के संबंध में जानन चाहा तो सबने मिलकर बस इन अवैध उत्खनन करने वालों पर कड़ी कार्यवाही की मांग की है। लोगों ने बताया की इस तरह के अवैध उत्खनन करने वालों पर पुलिस विभाग एवं राजस्व विभाग कड़ी कार्यवाही करते हुए इनको जेल भेज देना चाहिए ये उत्खनन करने वाले सिर्फ शासन-प्रशासन को ही नहीं गरीब मजदूरों को भी चूना लगा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र के गरीब मजदूरों को भी इस अवैध कार्य करने के लिए धकेल दिया जाता है।