जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़। शनिवार को वन मंडल क्षेत्र के गेरसा इलाके में एक उम्रदराज मादा हाथी की स्वाभाविक मौत की घटना सामने आई है। जिसकी सूचना पर वन विभाग का अमला तत्काल मौके पर पहुँचा और आगे की आवश्यक कार्रवाई करते हुए शव को दफनाया गया। इस संबंध में धरमजयगढ़ डीएफओ अभिषेक जोगावत ने बताया कि हथिनी की उम्र 70 साल के करीब है। पिछले कुछ समय से 6-7 साल के एक बच्चे के साथ इस इलाके में इस हाथी की मौजूदगी देखी जा रही थी। उन्होंने बताया कि ड्रोन के माध्यम से इस हथिनी व उसके बच्चे के गतिविधियों की निगरानी वन विभाग के द्वारा लगातार की जा रही थी। इस बीच शनिवार को धरमजयगढ़ रेंज के गेरसा बीट अंतर्गत इस हथिनी की मौजूदगी की सूचना मिली। उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर हाथी मित्र दल के सामने ही अचानक यह हथिनी जमीन पर गिर पड़ी। जिसके कुछ ही देर बाद उसकी मौत हो गई। डीएफओ ने कहा यह एक प्राकृतिक मौत है। जोगावत ने बताया कि हथिनी का बच्चा लगातार उस स्थान पर आ रहा है। वह अपनी मां से बिछड़ कर व्याकुल हो गया है और इधर-उधर दौड़ रहा है। जिसके कारण सुरक्षा के लिहाज से क्षेत्र के ग्रामीणों को अलर्ट किया गया है। डीएफओ ने बताया कि वर्तमान में धरमजयगढ़ वन मंडल इलाके में कुल 40 हाथी विचरण कर रहे हैं। बता दें कि पिछले कुछ समय से ड्रोन से मादा हाथी व उसके बच्चे पर नजर रखी जा रही थी। जिसकी तसवीरें भी साझा की गई थी। शनिवार को भी हथिनी के साथ बच्चा था। क्षेत्र के कुछ ग्रामीणों ने बताया कि हथिनी को देखकर लग रहा था कि वह कमजोर व अस्वस्थ है।